जमींदार पिता नहीं चाहते थे इरफान खेले क्रिकेट
इरफान खान का जन्म राजस्थान के टोंक जिले के खजरुइया गांव में हुआ था। उनके पिता जमींदार थे और उनके पास उनके पास बहुत पैसा था। लेकिन यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि इसके बावजूद वह पैसे की कमी के कारण क्रिकेट में अपना करियर नहीं बना सके। बना कोचिंग और परिवार की मदद के इरफान खान का चयन अंडर-23 सीके नायडू ट्रॉफी के लिए हो गया था, लेकिन पैसों की कमी के कारण वह इस टूर्नामेंट में नहीं खेल पाए। इसकी वजह यह थी कि उनके पिता चाहते थे कि इरफान खानदानी बिजनेस करें। उनका टायर का बिजनेस था।
ऐसा होता तो टीम इंडिया में हो सकते थे
जब सीके नायडू ट्रॉफी में खेलने का इरफान के हाथ से चला गया तो उन्होंने क्रिकेटर बनने का ख्वाब ही छोड़ दिया। बता दें कि इरफान का सपना टीम इंडिया में खेलने का था। क्या पता अगर उनके पिता ने इरफान खान को अंडर-23 सीके नायडू ट्रॉफी खेलने की इजाजत दे दी होती तो वह सचिन, गांगुली, अजहर के साथ टीम इंडिया में खेल चुके होते। इसके बावजूद इरफान खान का क्रिकेट से लगाव कम नहीं हुआ था। लेकिन फिल्म में करियर बनाने के बाद उन्होंने क्रिकेट देखना छोड़ दिया। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया था कि अब क्रिकेट में बहुत ज्यादा लड़ाइयां होने लगी है और वह डब्लूडब्लूएफ का मैदान बन गया है। इसलिए उन्होंने क्रिकेट देखना छोड़ दिया है।