दरअसल, क्रिकबज की एक रिपोर्ट में शुक्रवार को दावा किया गया है इस मसले को लेकर पीसीबी ने बीसीसीआई को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि भारतीय क्रिकेट टीम अगर सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में रहने से बच रही है तो हम हर मैच के बाद उसे चंडीगढ़ या दिल्ली वापसी करने में उसकी पूरी मदद की जाएगी।
भारत सरकार लेगी इस पर फैसला
हालाकि अब एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीसीसीआई ने पीसीबी के इस प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बोर्ड को इस तरह का कोई प्रस्ताव अभी तक नहीं मिला है। अगर यह योजना उनके सामने पेश की जाती है तो भी वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे। अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई का रुख इस बात पर कायम है कि टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने का फैसला भारत सरकार के हाथ में है। यह भी पढ़ें:
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चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 19 फरवरी से 9 मार्च के बीच किया जाना है। इस टूर्नामेंट के सभी मैच लाहौर, कराची और रावलपिंडी में खेले जाएंगे। भारतीय क्रिकेट टीम को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के अपने सभी मैच लाहौर में खेलने हैं। ये मैच 20, 23 फरवरी और 2 मार्च को होंगे। हालाकि यह स्पष्ट नहीं है कि भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा करेगा या आईसीसी इसको लेकर हाइब्रिड मॉडल अपनाएगी। 2008 में मुंबई पर आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने से मना कर दिया था। भारतीय टीम ने आखिरी बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था। इसके बाद से दोनों टीमों के बीच भिड़ंत सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट में हुई है।
हाल ही में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के मुख्य कार्यकारी एवं अध्यक्ष रिचर्ड गोल्ड और रिचर्ड थॉम्पसन ने भी कहा था कि अगर भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करती है तो “कई अलग-अलग विकल्प होंगे”, जिसमें हाइब्रिड मॉडल के इस्तेमाल की संभावना बढ़ गई है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की भागीदारी के बिना चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट के हित में नहीं होगा।
भारत और पाकिस्तान सरकार के बीच तकरार की वजह से बीसीसीआई ने पिछले साल एशिया कप के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान नहीं भेजा था। इसकी वजह से यह हाइब्रिड मॉडल पर खेला गया और भारत के सभी मैच श्रीलंका में हुए। पिछले साल पाकिस्तान वनडे विश्व कप के लिए भारत आया था और सेमीफाइनल में जगह बनाने से मामूली अंतर से चूक गया था।