दरअसल, उनका यह बयान मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के संदर्भ में नहीं है। इस सीजन में ऑस्ट्रेलिया की टीम 19 में से 11 टेस्ट जीतकर टॉप पर रही है। उसे सिफ भारतीय सरजमीं पर टीम इंडिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में हार का सामना करना पड़ा था। उसी सीरीज को जीतकर टीम इंडिया ने डब्ल्यूटीसी के फाइनल में प्रवेश किया था। जबकि ऑस्ट्रेलियन टीम पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी थी।
कमिंस को याद आया पलना सीजन
वहीं, पहले सीजन की बात की जाए तो कंगारू टीम पॉइंट्स टेबल में तीसरे पायदान पर रही थी और पहले दो स्थानों पर पर रहने वाली भारत और न्यूजीलैंड की टीम के बीच फाइनल खेला गया था। उस मुकाबले में भारत को हराकर कीवी टीम ने पहला आईसीसी खिताब अपने नाम किया था। कमिंस ने पहले सीजन को याद करते हुए बयान दिया है कि हमने भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहले पहुंचाया था और लोग शायद यह भूल गए हैं।
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स्लो ओवर के चलते गंवाने पड़े थे अंक
कमिंस ने कहा कि सब नया था इसलिए हमें उस बारे में ज्यादा अंदाजा नहीं लग पाया था। दरअसल, हुआ ये था कि ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में स्लो ओवर रेट के कारण अंक गंवाने पड़े थे और भारत के साथ न्यूजीलैंड ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। कमिंस ने कहा कि पिछले फाइनल में इंग्लैंड में न्यूजीलैंड ने अच्छा खेला। वहां हमें होना चाहिए था। यही सोचकर हम इस बार खेले और इस बार हमें अच्छा करने के लिए बूस्ट मिला।