बता दें कि चंडीगढ़ में पहले दिन होटल में टीम इंडिया के की सुरक्षा के लिए पुलिस नहीं पहुंची थी। होटल की टीम ने ही अपने स्तर से टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई थी। दूसरे दिन कहीं जाकर टीम इंडिया की सुरक्षा के लिए पुलिस पहुंची थी। इस बात से खफा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई के अध्यक्ष अजीत सिंह ने मेजबान संघों को मैदान के अंदर और मैदान के बाहर खिलाड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखने के लिए नोटिस भेजा है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि टीम इंडिया की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यह मेल सभी मेजबान संघों को गया है। उनसे कहा गया है कि इस तरह की चूक अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि इससे कभी भी बेहद खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है। एसीयू अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि मेजबान संघों को भेजे गए मेल में स्पष्ट कर दिया गया है कि इस तरह की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुरक्षा इंतजामात में कमी होना बड़ा मुद्दा बन सकता है। कई बार प्रशंसक भी सारी हदें पार कर जाते हैं। इस मेल में उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि मोहाली जैसी घटना दोबारा न हो। मोहाली में मैच के दौरान स्टेडियम में तीन तरफ से तीन प्रशंसक मैदान में घुस आए थे। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि पिच पर लोगों को आने से रोकने के लिए सुरक्षा स्टाफ बाउंड्री के पास लगाना होगा, साथ में पब्लिक फेंसिंग पर भी उन्हें लगाना होगा। उन्होंने यह भी लिखा है कि इस सुनिश्चित किया जाए कि सुरक्षा स्टाफ दर्शकों की तरफ मुंह खड़ा करके रहे।