साल 2017 में रही प्रमुख बातें
साल 2017 में मोबाइल फोन का मतलब कॉल करने वाला उपकरण भर नहीं रह गया यानी इसका इस्तेमाल सिर्फ बातें करने ही नहीं बल्कि अन्य कामों के लिए अधिक से अधिक किया गया जिनमें जिसमें मैसेजिंग से लेकर फोटोग्राफी और सोशल मीडिया नेटवर्किंग आदि शामिल है। वहीं, आगे की तकनीक का संकेत देते हुए सैमसंग, माइक्रोमैक्स व वीवो जैसी कंपनियों ने 18:9 ‘आस्पेक्ट रेशियो डिस्प्ले’ वाले स्मार्टफोन भी पेश किए जो अब 2018 में प्रमुख रहने वाले हैं। मोबाइल डेटा के लिहाज से भारतीय ग्राहक अब दुनिया में अव्वल हो चुके जिसको देते हुए अत्याधुनिक तकनीक वाले स्मार्टफोन्स आ रहे हैं।
फेसियल रिक्गनाइजेशन का बढ़ेगा यूज
चेहरे से पहचान (फेसियल रिक्गनाइजेशन) व कृत्रिम समझ (एआई) जैसी प्रौद्योगिकी साल 2018 में अधिक से अधिक स्मार्टफोन्स में मिलेगी। इस तकनीक वाले स्मार्टफोन ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेंगे। इनमें चीन की कंपनियां जैसे शियोमी, ओपो, वीवो व लेनोवो अव्वल रहने वाली है। इसमें शाओमी और सैमसंग के बीच कड़ी टक्कर रहने वाली है।
इनते फोन बिकेंगे
इसी के साथ ही अमरीकी कंपनी एपल ने अपने आईफोन एसई के साथ ही भारतीय मिड रेंज स्मार्टफोन मार्केट में धावा बोल दिया है। इस साल देश में 13.4 करोड़ स्मार्टफोन बिकने की उम्मीद है। यह संख्या अगले साल बढ़कर 15.5 करोड़ हो जाएगी। फीचर फोन की बिक्री भी जबरदस्त रहेगी। साल 2018 में मोबाइल फोन्स की कुल बिक्री 29.8 करोड़ रहने की उम्मीद है जिसमें से 14.3 करोड़ फीचर फोन होंगे।
रिलायंस जिओ ने की क्रांति
रिलायंस जिओ ने साल 2017 में अपने ‘शून्य प्रभावी लागत’ वाले 4जी फीचर फोन से दूरसंचार बाजार में हलचल मचा दी है। इस फोन के जरिए ग्राहक डेटा का उपयोग करने समेत वीडियो भी देख सकते हैं जो क्रांतिकारी है। जिओ के इसी कदम के बाद एयरटेल व वोडाफोन जैसी प्रमुख दूरसंचार कंपनियों को सस्ते स्मारर्टफोन लाने के लिए माइक्रोमैक्स व इंटेक्स जैसी कंपनियों से गठजोड़ किया।