हालांकि कुछ तहसीलें थोड़ी पीछे हैं लेकिन चूरू में गत वर्ष हुई बारिश का रिकार्ड सितम्बर माह में टूट गया है जबकि अभी चल रहे साल में अभी तीन माह बाकी है। सावन के बाद बरसते भादवा में गत दिवस चूरू में 71 मिमी बारिश दर्ज की गई। सबसे बड़ी बात यह कि पिछले दिन केवल चूरू तहसील में बारिश हुई जबकि जिले के रतनगढ़ में हुई मामूली बरसात को छोड़कर अन्य तहसीलों में बादल नहीं बरसे।
बादलों की जारी रही आवाजाही
जिले में कल हुई बारिश सहित बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक चूरू के अलावा रतनगढ़ में एक मिमी.बारिश दर्ज की गई। भाद्रपद राधाष्टमी को सुबह मौसम थोड़ा खुला, धूप भी खिली लेकिन बाद में बादलों की आवाजाही शुरू हो गई। बादलों की आवाजाही के साथ-साथ हवाएं भी चली और बीच बीच में सूर्यदेव बादलों की ओट से झांकते नजर आए।
यलो अलर्ट रहा जारी
मौसम केन्द्र के अनुसार मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। मौसम केन्द्र ने पश्चिम राजस्थान में बरसात की दृष्टि से यलो अलर्ट जारी करते हुए बताया कि पश्चिम राजस्थान के जोधपुर एवं बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मेघ गर्जन के बारिश होने की संभावना है। जिसके क्रम में केन्द्र ने बीकानेर, सीकर, चूरू व झुंझुनूं आदि क्षेत्रों में मेघ गर्जन के साथ कही कही हल्की व मध्यम दर्जें की वर्षा होने की संभावना व्यक्त की हैं।
चूरू में अब तक 607 मिमी बारिश
जिले में गत वर्ष 2023 में हुई बरसात के आंकड़े देखे तो पिछले वर्षभर में जिले में कुल 4619 मिमी बारिश हुई जो कि इस वर्ष केवल जून माह से 10 सितम्बर तक 5197 मिमी वर्षा हो चुकी हैं। जिसमें चूरू में पिछले वर्ष हुई 494 मिमी बारिश की तुलना में वर्तमान चल रहे मानूसन सत्र के जून से चल रहे सितम्बर तक 607 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी हैँ। गत वर्ष की बरसात की तुलना में केवल बीदासर ज्यादा पीछे रहा हैं यहां गत वर्ष 752 मिमी रिकार्ड बारिश हुई थी लेकिन इस बार अब तक 483 मिमी. बरसात हुई हैं। हालांकि सरदारशहर और सुजानगढ थोड़ा पीछे हैं लेकिन यहां भी बारिश अच्छी हुई हैँ। एक जून से 10 सितम्बर तक हुई बारिश
चूरू – 607 मिमी. सरदारशहर – 368 मिमी. रतनगढ़ – 629 मिमी. सुजानगढ़ – 433 मिमी. बीदासर – 473 मिमी. राजगढ़ – 443 मिमी.
तारानगर – 616 मिमी. सिद्धमुख – 495 मिमी. भानीपूरा – 624 मिमी. राजलदेसर – 509 मिमी.