योजना के तहत जैविक खेती अपनाने वाले किसानों को विभाग की ओर से जैविक खाद व बीज निशुल्क मुहैया करवाए जाएंगे। किसान को अपने खेत में वर्मी कम्पोस्ट यूनिट तैयार करनी होगी। इसके लिए विभाग की ओर से पांच हजार रुपए का अनुदान देय होगा। वर्मी कम्पोस्ट के लिए केंचुएं अनुदान पर दिलाए जाएंगे।
कलस्टर के चारों तरफ एक-डेढ़ फीट ऊंची दीवार बनाकर बफर जोन बनाना होगा। इसके लिए १५०० रुपए प्रति हैक्टेयर अनुदान देय होगा। इसके अलावा विभाग की ओर से किसान को जैविक खेती करने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
२८५० किसान कर रहे जैविक खेती
कृषि अधिकारियों के मुताबिक योजना के पायलट प्रोजेक्ट के तहत वर्ष २०१५ में २५ व २०१६ में ३२ कलस्टर में किसानों ने जैविक खेती की थी। वर्ष २०१७ में नए कलस्टर नहीं बनाए गए। फिलहाल जिले में दो हजार ८५० किसान जैविक खेती कर फसलों का उत्पादन ले रहे हैं।
&जिले के किसानों में जैविक खेती के प्रति रूझान बढ़ रहा है। योजना के तहत इस बार ३०० कलस्टर तैयार कर किसानों से जैविक खेती करवाई जाएगी।
कुलदीप शर्मा, कृषि अधिकारी, कृषि विभाग, चूरू