क्वालिटी एशोरेंस के स्वत: मूल्यांकन में 70 फीसदी अंक लाना सभी प्रभारियों के लिए एक बड़ी चुनौती है। चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों समेत समस्त स्टॉफ के लिए इस चुनौती को हटकर सामना करना होगा तभी ७० प्रतिशत अंक मिलेंगे।
अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक अनुज शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल में संचालित 18 विभागों में गुणवत्ता पूर्ण कार्य करना होगा। सर्विस प्रोविजन, रोगी के अधिकार, आसीयू, एमटीसी, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी, लेबररूम, आपातकालीन वार्ड, मोर्चरी, ऑपरेशन थिएटर, लैबोरेट्री, एसएनसीयू, शिशु वार्ड, क्लिनिकल केयर, संक्रमण नियंत्रण, क्वालिटी कन्ट्रोल (आईएमआर व एमएमआर), क्वालिटी संकेतक, रोगी के अधिकार, की सुविधाओं को बेहतर बनाना होगा।
क्वालिटी एशोरेंस को लेकर चिकित्सालय के चिकित्सकों सहित नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ को चिकित्सकीय स्टैंडर्ड के मुताबिक उपचार व सुविधाओं के उपयोग के बारे में उच्च स्तर का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके बाद भी यदि 70 फीसदी अंक नहीं अर्जित कर पाएंगे तो यह चूरू के लिए दुर्भाग्य होगा।
डा. जेएन, खत्री, अधीक्षक, डीबीएच, चूरू