पुलिस के अनुसार वारदात का शिकार बाय गांव का निवासी श्यामलाल पुत्र लादूराम मेघवाल उम्र 55 वर्ष था। श्यामलाल सोमवार तड़के घर से दूर सड़क किनारे लहुलूहान हालत में मिला। उसके सिर पर धारदार हथियार की गंभीर चोट थी। ऐसे में परिजन उसे पहले तारानगर और बाद में
चूरू के डीबी अस्पताल में लेकर गए। यहां से उसे जयपुर रैफर कर दिया, जयपुर में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पशु संभालने गया था श्यामलाल
परिजनों की ओर से अभी तक पुलिस को कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है। श्यामलाल गांव में पानी की टंकी के पास अपने पशु बांधता था। ऐसे में माना जा रहा है कि वह तड़के पशु संभालने गया था। ऐसे में घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उस पर जानलेवा हमला दिया। पुलिस को मौके पर मिट्टी पर जमा खून मिला है, लेकिन हत्यारों का कोई सुराग अभी तक हाथ नहीं आया है।
कइयों से रंजिश और झगड़े
श्यामलाल की गांव में कई लोगों से रंजिश चल रही थी। उसके खिलाफ भी थाने में करीब छह मामले दर्ज हैं। वहीं श्यामलाल की ओर से भी कई लोगों के खिलाफ थाने में मामले दर्ज करवाए गए थे। ऐसे में माना जा रहा है कि रंजिश के चलते उसकी हत्या की गई है। मारपीट से घायल श्यामलाल की मौत की सूचना मिलने पर राजगढ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल मीणा व तारानगर पुलिस उपअधीक्षक मिनाक्षी ने एफएसएल की टीम के साथ मौके का निरीक्षण किया। बाद में पुलिस ने उससे रंजिश रखने वाले करीब एक दर्जन लोगों को थाने बुलाकर पूछताछ शुरू की है। थानाधिकारी अल्का विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस की टीम दिनभर संदिग्ध लोगों से पूछताछ करती रही। घटना को लेकर अभी तक परिजनों ने किसी प्रकार की जानकारी नही दी है, जिसके चलते संदेह के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरतार कर लिया जायेगा।
किशोरी लाल मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सादुलपुर