शांतिलाल के पास मिले सुसाइड नोट में उसने किसी महावीर नाम के व्यक्ति के जरिए भीलवाड़ा पुलिस से जब्त कार छुड़वाने के लिए डील करने के लिए साढ़े सत्रह लाख रुपए खर्च करने की बात लिखी है। उसने जब्त कार चचेरे भाई की होना लिखा है। कार छुड़वाने के लिए पैसे भी चाचा व परिवार से लेने की बात लिखी है। शांतिलाल ने सुसाइड नोट में कुछ लोगों के नाम भी लिखे हैं, जिन पर परेशान करने का आरोप लगाया है। शांतिलाल का चचेरा भाई तस्करों की एस्कॉर्ट करते समय पुलिस को देखकर कार छोड़कर भाग गया था।
कार को भीलवाड़ा पुलिस ने जब्त कर लिया था। सुसाइड नोट में लिखा कि महावीर नाम के व्यक्ति ने रुपए लेने के बाद भी सीआई का नाम-पता नहीं बताया और न ही सीआई से बात कराई। शांतिलाल के भाई घनश्याम का कहना था कि उसके भाई ने घर में ही विषाक्त सेवन कर लिया था। प्रारंभिक तौर पर यह पूरा मामला पुलिस के नाम पर किसी बिचौलिए द्वारा पैसा लेने का प्रतीत हो रहा है। मंगलवार शाम को सिंगोली पुलिस चित्तौड़ पहुंची व पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा।सिंगोली पुलिस मामले की जांच कर रही है।