इनमें से भंडार से 13 करोड़ 34 लाख 79 हजार 553 रुपए व ऑनलाइन एवं भेंट कक्ष से 3 करोड़ 64 लाख 1 हजार 373 रुपए प्राप्त हुए हैं। इसी प्रकार दान में कुल एक किलोग्राम से अधिक सोना व 88 किलोग्राम से अधिक चांदी भी प्राप्त हुई है। भंडार से 862 ग्राम 500 मिलीग्राम सोना व 36 किलो 15 ग्राम चांदी प्राप्त हुई। वहीं, भेंट कक्ष में 195 ग्राम सोना व 52 किलो 662 ग्राम चांदी प्राप्त हुई।
सांवरिया सेठ के क्यों आता है इतना चढ़ावा?
सांवरिया सेठ के हमेशा इतना चढ़ावा आता है इसके पीछे कई मान्यता है। जैसे की सांवलिया सेठ को अपना बिज़नेस पार्टनर बनाने वाले भक्त व्यापारियों को व्यपार में बहुत लाभ होता है। ऐसे में वे भगवान को पार्टनर बनाकर उनका हिस्सा चढ़ाने यहां आते हैं। इसके साथ ही भंडारे में से सोना-चांदी और नोट के अलावा चिठ्ठीयां भी निकलती हैं। भक्त इसे मन्नत मांगने की भंडारे में डालते हैं। सांवलिया सेठ की ख्याति पूरे देश में है ऐसे में गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के बड़े-बड़े व्यापारी भी यहां दर्शन के लिए आते हैं।