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चित्तौड़गढ़

राजस्थान विधानसभा चुनाव: चित्तौड़गढ़ जिले से सिर्फ जयचंद्र जीत पाए निर्विरोध, अब तक अटूट है रेकॉर्ड

Rajasthan Election: अक्सर छोटे चुनावों में देखा जाता है कि उम्मीदवार निर्विरोध जीत जाते हैं लेकिन, विधानसभा और संसद के चुनाव में अगर कोई ऐसा कारनामा दिखाता है तो बड़ी बात ही कही जाएगी।

चित्तौड़गढ़Oct 30, 2023 / 02:31 pm

Nupur Sharma

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कांग्रेस विधायक जयचंद्र मोहिल।

Rajasthan Assembly Election 2023 : अक्सर छोटे चुनावों में देखा जाता है कि उम्मीदवार निर्विरोध जीत जाते हैं लेकिन, विधानसभा और संसद के चुनाव में अगर कोई ऐसा कारनामा दिखाता है तो बड़ी बात ही कही जाएगी। चुनाव में एक-एक वोट के लिए प्रत्याशी ताकत झोंक देते हैं। कई बार एक वोट हार-जीत तय कर कर देता है। ऐसे में एक प्रत्याशी का निर्विरोध जीत कर विधानसभा तक पहुंचना सबको आश्चर्यचकित करता है। ऐसा ही कारनामा पहले विधानसभा चुनाव में बड़ीसादड़ी-कपासन से कांग्रेस विधायक रहे जयचंद्र मोहिल ने कर दिखाया।

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बात वर्ष 1952 की है जब बड़ीसादड़ी-कपासन विधानसभा में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए। तब यहां से दो विधायक चुनकर जाने थे। सामान्य सीट से जनसंघ से जगतसिंह झाला जीते थे वहीं, अजा (सुरक्षित सीट) से कांग्रेस के जयचंद्र मोहिल निर्विरोध विधायक चुने गए थे। उसके बाद दूसरी विधानसभा (1957-62) में मोहिल ने कपासन आरक्षित सीट से चुनाव लड़ा और मोहनलाल को 4220 वोटों से हराया।

कभी दो विधायक चुनकर जाते थे विधानसभा: पहले विधानसभा चुनाव में चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ीसादड़ी-कपासन विधानसभा से दो विधायक चुनकर विधानसभा में पहुंचे थे। यहां एक विधायक सामान्य से तो दूसरा विधायक सुरक्षित सीट से चुनकर जाते थे। पहली विधानसभा बड़ीसादड़ी-कपासन से जगतसिंह झाला व जयचंद्र मोहिल जीत कर गए थे। दूसरी विधानसभा चुनाव में इस सीट का नाम बदलकर कपासन कर दिया था। जहां से सामान्य सीट से कांग्रेस के भवानीशंकर नंदवाना व सुरक्षित से जयचंद मोहिल विधायक बने थे।

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फैक्ट फाइल
138657-पुरुषमतदाता
135672-महिला मतदाता
274329-कुल मतदाता

तीन बार नहीं बन सका कोई विधायक: बड़ीसादड़ी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो अब तक यहां से दो बार तो कई विधायक चुने गए लेकिन तीसरी बार विधायक कोई नहीं चुना गया । अब तक यहां से ललितसिंह शक्तावत, उदयराम धाकड़, गुलाबचंद कटारिया, प्रकाश चौधरी लगातार दो-दो बार चुनाव जीत चुके हैं। यहां से अब तक की सबसे बड़ी जीत जनता दल के वृद्धिचंद जैन ने 20598 वोटों से हासिल की थी। यहां से एक बार भाजपा ने महिला को प्रत्याशी बनाया था लेकिन, जीत हासिल नहीं हुइ थी, उसके बाद किसी ने भी यहां से महिला को प्रत्याशी नहीं बनाया।

लगातार दो बार से कट रहा विधायक का टिकट: यहां से पिछले दो बार भाजपा के प्रत्याशी जीत रहे हैं लेकिन, दोनों ही बार भाजपा ने अगले चुनाव में विधायक का ही टिकट काट दिया। 2018 के विधानसभा चुनाव में विधायक गौतम दक का टिकट काटकर भाजपा ने ललित ओस्तवाल को टिकट दिया था वहीं, अब विधायक ओस्तवाल का टिकट काटकर फिर से गौतम को प्रत्याशी बनाया है।

कौन थे जयचंद्र मोहिल: छोटीसादड़ी के किसान परिवार में जन्मे जयचंद मोहिल राजनीति व सामाजिक कई पदों पर रहे। मोहिल आदिवासी संघ, छोटी सादड़ी, दलित वर्ग संघ, चित्तौडग़ढ़ के अध्यक्ष साथ ही तहसील कांग्रेस कमेटी, छोटी सादड़ी, अध्यक्ष, प्रजा मंडल, मेवाड़ परगना, छोटी सादड़ी के अध्यक्ष, मेवाड़ प्रजा मंडल छोटी सादड़ी के जिलाध्यक्ष और कांग्रेस संगठन में मंत्री पद पर रहे।

https://youtu.be/mlHnVTxAIrM

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