मंदिर प्रबंधन ने बताया कि चार राउंड में गणना पूरी की जा सकी है। पिछले महीने करीब 18 करोड़ से ज्यादा कैश जमा हुआ था, इस बार 17 करोड़ से ज्यादा का कैश जमा हुआ है। पिछले सालों की तुलना में रिकॉर्ड टूटे हैं। ऑन लाइन और ऑफ लाइन आई भेंट की गणना करने पर इस बार 17 करोड़, 12 लाख, 74 हजार 984 रूपए जमा हुए हैं। इसके अलावा करीब 68 किलो चांदी और एक किलो 850 ग्राम सोना भी जमा हुआ है। भगवान का एक भक्त करीब एक किलो से भी ज्यादा सोना भेंट में चढ़ाकर गया है। इस भंडार से 100 – 100 ग्राम के 15 सोने के बिस्किट मिले हैं।
इस बार पांच जून को भंडार खोला गया था और उसके बाद 10 जून तक गणना की गई है। मंदिर में रखे भेंट पात्रों में करीब 13 करोड़ से ज्यादा का कैश जमा हुआ है और उसके अलावा करीब तीन करोड़ से भी ज्यादा कैश ऑन लाइन आया है जो सीधे खातों में जमा हुआ है। औसत हर महीने की बात की जाए तो करीब तेरह से चौदह करोड़ रुपए का चढ़ावा मंदिर में आता है। बड़े आयोजनों और उत्सवों पर यह राशि बढ़कर 18 करोड़ तक पहुंच जाती है।