खड़गे ने कहा कि देश जब आजाद हुआ तो यहां सूई भी नहीं बनती थी। पं. जवाहरलाल नेहरू-इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश रॉकेट तक बनाने लगा। कांग्रेस ने देश को मनरेगा, आरटीआई, आरटीई जैसे कानून बिना घोषणा के दिए।
खड़गे ने कहा कि मोदी दो करोड़ नौकरी, हर व्यक्ति को 15 लाख, कालाधन जैसे वादे कर सत्ता में आए लेकिन, उन्होंने कोई भी वादा नहीं निभाया। ऐसे में उनकी गारंटी पर कैसे भरोसा करें। पुरानी पूरी नहीं हुईं और मोदी आगे की गारंटी दे रहे हैं।
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस डरने वाली नहीं है। कांग्रेस की गारंटियों पर राहुल गांधी और मेरे हस्ताक्षर हैं। हम महंगाई और बेरोजगारी दूर करेंगे।
सभा के अंत में खड़गे ने एक शेर भी सुनाया। उन्होंने कहा कि तख्त का नशा है बस देश की फिक्र नहीं। बेरोजगारी विकास का कहीं भी जिक्र नहीं। कोई नया झूठ बनाओ सारे पुराने हो गए। सडक़ों पर देखो बच्चे सयाने हो गए। जान भी लगा दो हटेंगे एक कदम भी नहीं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि केन्द्र सरकार को संविधान की कोई परवाह नहीं है। संवैधानिक संस्थाओं को खोखला कर ये चुने हुए सीएम को भी जेल में डाल रहे हैं। विपक्ष को डरा-धमका कर खत्म किया जा रहा है। देश में पिछले दस साल में किसान, मध्यम वर्ग, महिलाओं और नौजवानों की स्थिति खराब हुई है। पायलट ने कहा कि सभी बातों से ऊपर उठ कर हमें देश के बारे में सोचना है और कांग्रेस को जिताना है। पायलट ने कहा कि दो बार से भाजपा सभी सीट जीतती आ रही है। अब हवा बदल चुकी है और जनता सब कुछ जान चुकी है।
सभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह चुनाव बार-बार झूठ बोलकर सत्ता में आई सरकार को सबक सिखाने का मौका है। किसानों, युवाओं और हर वर्ग को झांसा दिया गया। मुझ पर भी झूठे आरोप लगाए गए। डोटासरा ने कहा कि क्या आपको मैं पेपर चोर दिखता हूं। दस साल से देश में तानाशाही चल रही है। चीन देश के भागों पर कब्जा कर रहा है। विपक्ष को ईडी, सीबीआई और आयकर के छापों से डराया जा रहा है। अब देश का किसान और युवा ऐसे लोगों को सबक सिखाएंगे।
लोकसभा प्रत्याशी उदयलाल आंजना ने कहा कि वे किसानों की लड़ाई लड़ते आए हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। अफीम किसानों की समस्या को उठाने में पीछे नहीं रहूंगा। आंजना ने कहा कि मोदी की गारंटी का कोई भरोसा नहीं है। ‘इंडिया’ की सरकार आएगी तो ही किसानों, महिलाओं, युवाओं और मध्यमवर्ग का भला होगा। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता अपने बूथ पर मतदान का प्रतिशत बढ़ाएं। किसानों की सरकार बनेगी तो वो किसानों के बारे में सोचेगी।