दरअसल सीबीआई को
चित्तौड़गढ़ के केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के निरीक्षक और अज्ञात अन्य के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी। इसके बाद मामला दर्ज किया गया था। परिवादी ने आरोप लगाया था कि उसके क्लिनिक के खिलाफ मामले के निपटारे के लिए 20 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। इसके बाद आरोपी ने 8 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
सीबीआई ने बिछाया जाल
मामला सामने आने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और चित्तौड़गढ़ के केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के इंस्पेक्टर आदर्श योगी की ओर से 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते बिचौलिए केशव को रंगे हाथों धर-दबोचा। सीबीआई टीम के ओर से चित्तौड़गढ़ और बीकानेर में आरोपी इंस्पेक्टर के घर और ऑफिस की तलाशी ली गई। टीम ने तलाशी में आपत्तिजनक दस्तावेजों को जब्त कर लिया है।