बिछने लगी साजिश की बिसात
चित्रकूट के पहाड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत लोहदा गांव निवासी 38 वर्षीय शिवलोचन ने छत्तीसगढ़ के विलासपुर से माया नाम की महिला को अपनी जीवन संगिनी बनाया। माया के मन में रिश्ते को लेकर शुरू से ही खटास उत्पन्न हो गई थी। किसी तरह रिश्ते की मर्यादा निभाते हुए लगभग 10 सालों तक शिवलोचन ने जिंदगी की गाड़ी खींची। वह क्षेत्र में ही रहकर वाहन चालक का काम करता था इसलिए उसे कई कई दिन घर से बाहर भी रहना पड़ता था। इसी बीच पत्नी माया का गांव के ही टुल्लू नाम के व्यक्ति से अवैध सम्बन्ध हो गया और फिर पति को रास्ते से हटाने की साजिश की बिसात बिछनी शुरू हो गई।
आए दिन होने लगी मारपीट घरेलू कलह
गैर मर्द के साथ नाजायज मोहब्बत रिश्ते में अंधी हो चुकी पत्नी माया के बदले चाल चलन ने पति शिवलोचन के साथ रिश्तों में ज़हर घोल दिया। आए दिन दोनों के बीच मारपीट घरेलू कलह होने लगी। आस पास के लोग भी तंग आ चुके थे।
सास को निकाल दिया बाहर
बहू बेटे के बीच इस तरह की कलह ने मां चुनकी देवी (शिवलोचन की मां) को परेशान कर दिया और उसने दोनों को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन साजिश के तहत बहू ने अपनी सास चुनकी को लड़ाई झगड़ा करते हुए घर से निकाल दिया। घर से बेघर होने के बाद चुनकी देवी इलाके के एक ढाबे में ही अपना पेट पालने के लिए काम करने लगी और वहीँ रहने भी लगी।
लापता हो गया शिवलोचन
इस दौरान लगभग 7 महीने पहले शिवलोचन लापता हो गया। लापता होने के हफ्ते भर पहले उसने अपनी मां चुनकी से मुलाकात की थी। कुछ दिन बाद शिवलोचन की पत्नी माया अपनी सास चुनकी के पास पहुंची और मायके जाने की बात कहकर उसे घर की चाभी दे दी जिस घर से उसने अपनी सास चुनकी को निकाला था।
खाकी ने भी नहीं लिया संज्ञान
बेटे के लापता होने पर उसका इंतजार करती रही चुनकी को लगा कि बेटा वाहन चालक है कहीं बाहर गया होगा आ जाएगा कुछ दिन में। लेकिन जब कई महीनों के बाद भी बेटा शिवलोचन नहीं लौटा तो वह परिजन पुलिस के पास गए जिसपर पुलिस ने भी बेरुखी दिखाते हुए मामले को टरका दिया।
बरामद हुआ बेटे का नरकंकाल कांप गई लोगों की रूह
इधर कुछ दिनों से घर में रहने लगी चुनकी को साफ सफाई के दौरान शिवलोचन के कमरे में जमीन के अंदर कुछ गड़ा होने का आभास हुआ चूंकि घर की जमीन कच्ची थी। इसकी सूचना उसने अपने बेटे मूलचन्द्र को दी जिसपर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जमीन की खोदाई शुरू की तो एक नरकंकाल बरामद हुआ। दृश्य देखते ही परिजन चीख पड़े। मां चुनकी और भाई मूलचन्द्र ने कपड़ों और गले में पड़ी माला से उसकी शिनाख़्त शिवलोचन के रूप में की।
पहले पति को छोड़ चुकी थी माया
मृतक शिवलोचन की मां चुनकी ने बताया कि माया को उसका बेटा छत्तीसगढ़ के विलासपुर से लाया था। उसने अपने पहले पति को छोड़ दिया था इसी चालचलन के कारण। लेकिन बेटे ने विश्वास जताते हुए उसे फिर भी अपनी पत्नी बनाया। उसे क्या पता था कि उसके बेटे के साथ ऐसा होगा। माया पति की हत्या करने के बाद अपने दो बच्चों को भी साथ ले गई। माया के अन्य लोगों से भी अवैध सम्बंधों की बात सामने आई है।