सुबह दस से शाम पाच बजे तक होगा मूल्यांकन मूल्यांकन का सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक चलेगा। अवकाश के दिनों में भी मूल्यांकन कार्य बंद नहीं रहेगा.0कोई भी परीक्षक मूल्यांकन केंद्र के अंदर मोबाइल नहीं लाएगा। कॉपियों के मूल्यांकन में यदि कोई परीक्षक लापरवाही करते पाया जाएगा तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी और पारिश्रमिक काटा जाएगा, इसके अलावा मूल्यांकन कार्य से 3 साल के लिए वंचित रहेगा।
डीआईओएस ने कहा कि हाई स्कूल की विषयों में 50 अंक का पूर्णांक है 20 नंबर का ओएमआर शीट और 30 नंबर का प्रोजेक्ट शामिल है. जबकि इंटर में प्रत्येक विषय में 100 अंक का पूर्णांक है सिर्फ व्यवसायिक वर्ग के विषयों में पांच पेपर निर्धारित हैं प्रत्येक ट्रेड का पेपर 60 अंक का निर्धारित है, पूर्णांक को ध्यान में रखकर ही परीक्षक कॉपियों को जांचेगे।
इतनी पुस्तिकाओं का होगा मूल्यांकन उप नियंत्रक डॉ रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि इस बार हाई स्कूल की 88000 और इंटर में 57000 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है. इसके लिए हाई स्कूल में 36 टोली और इंटर में 35 टोली कापियां जांचने के लिए लगाई गई हैं। कापियां जांचने के लिए हाई स्कूल में बोर्ड द्वारा 261 परीक्षक और 36 डिप्टी हेड लगाए गए हैं।
इसी प्रकार इंटर की कॉपियों को जांचने के लिए 214 परीक्षक और 25 डिप्टी हेड बोर्ड द्वारा नियुक्त किए गए हैं । जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि हाई स्कूल में प्रतिदिन 50 और इंटर में प्रदीप 45 कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा मूल्यांकन कार के दौरान प्रतिदिन बोर्ड कार्यालय को डाक भेजने के लिए पत्राचार विभाग बनाया गया है।
हाई स्कूल में राम गोपाल दुबे और दीपक कुमार तथा इंटर पत्राचार में डॉक्टर रमेश सिंह चंदेल व डॉक्टर आलोक कुमार शुक्ला प्रभारी बनाए गए हैं। इसी प्रकार मूल्यांकन के लिए बाहरी जनपदों से आईं उत्तर पुस्तिकाओं के रखरखाव के लिए हाईस्कूल और इंटर कोठार बनाए गए हैं। हाई स्कूल कोठार के प्रभारी जयशंकर प्रसाद ओझा और इंटर कोठार के प्रभारी विजय कुमार पांडेय बनाए गए हैं।