यह भी पढें – भारतीय जनता पार्टी का दावा – गरीबों को घर देने में यूपी अव्वल चित्रकूट के जंगलों में आग के रौद्र रूप की लीला जारी है। पाठा सहित मुख्यालय के जंगलों में लगी आग धीरे-धीरे आबादी की ओर बढ़ रही है। सारे प्रयास फेल साबित हो रहे हैं। लपटों पर नियंत्रण पाकर पूरी तरह से आग बुझाना अभी दमकल के लिए चुनौती साबित हो रही है।
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बुंदेलखंड में पानी के लिए हाहाकार, पेयजल के लिए बवाल की आशंका भीषण लपटों पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन ने पहली बार नए तरह का कदम उठाते हुए हेलीकॉप्टर से आग बुझाने की योजना बनाई है। डीएम विशाख जी अय्यर ने तात्कालिक प्रभाव से एक्शन लेते हुए एयर फ़ोर्स के अधिकारियों से संपर्क साधा और जंगलों में लगी आग का मुआयना करने आपदा राहत टीम हेलीकॉप्टर के माध्यम से चित्रकूट पहुंची। मुख्यालय स्थित हवाई पट्टी के पास देवांगना घाटी के जंगलों में भयंकर लपटों को देख टीम के भी होश उड़ गए। मुआयना करने के बाद यह योजना बनाई गई कि जनपद के निकटतम बांधों से पानी भरकर हेलीकॉप्टर के माध्यम से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जाएगा। लगभग 4 हजार क्षमता वाले टैंक में पानी भरकर हेलीकॉप्टर से जंगल की तपन शांत की जाएगी।