गेज कन्वर्जन विभाग ने नवंबर 2019 में भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक रेलमार्ग के कार्यों को पूरा करने का दावा किया था और सीआरएस को निरीक्षण के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि सीआरएस ने रिपोर्ट के आधार पर ब्रिज नंबर-100 पर रिटर्निंग वॉल सहित अन्य अधूरे कार्यों पर सवाल उठाते हुए निरीक्षण से इंकार कर दिया था।
इनका कहना है…
निरीक्षण के दौरान सीआरएस कार्यों से संतुष्ट थे। घाट सेक्शन में कई ऊंचे ब्रिज हैं। सीआरएस ने सभी कार्यों को देखा। भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग को अप्रूवल मिलने की पूरी उम्मीद है। कब तक यह नहीं कह सकते।
एचपी त्रिपाठी, चीफ इंजीनियर, गेज कन्वर्जन विभाग