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छिंदवाड़ा

Railway: रेल ब्रिज नंबर-100 पर फिर सवाल, लंबे समय सीआरएस ने की पड़ताल

सीआरएस अब भी ब्रिज नंबर-100 पर हुए कुछ कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं।

छिंदवाड़ाAug 25, 2020 / 12:15 pm

ashish mishra

Railway: रेल ब्रिज नंबर-100 पर फिर सवाल, लंबे समय सीआरएस ने की पड़ताल

Railway: रेल ब्रिज नंबर-100 पर फिर सवाल, लंबे समय सीआरएस ने की पड़ताल

छिंदवाड़ा. भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक बने रेलमार्ग के बीच बनाया गया ब्रिज नंबर-100 कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी(सीआरएस) के निरीक्षण के दौरान सवालों के घेरे में रहा। सबसे अधिक समय सीआरएस ने इसी ब्रिज पर दिया। बताया जाता है कि सीआरएस अब भी ब्रिज नंबर-100 पर हुए कुछ कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं। हालांकि गेज कन्वर्जन विभाग के अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो गेज कन्वर्जन ने भले ही ब्रिज नंबर-100 पर तकनीकी खामी को दूर करने का दावा किया हो, लेकिन सीआरएस ने निरीक्षण के दौरान कुछ बिन्दुओं पर गेज कन्वर्जन के कार्यों पर फिर सवाल उठाए हैं। बताया जाता है कि कुछ शर्तों के साथ सीआएस भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक बनाए गए रेलमार्ग पर ट्रेन चलाने की अनुमति दे सकते हैं। हालांकि पहले इस रेलमार्ग पर मालगाड़ी चलाए जाने की बात सामने आ रही है। गौरतलब है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत छिंदवाड़ा से नागपुर रेल परियोजना के अंतिम खंड भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक बने रेलमार्ग एवं विद्युतिकरण के कार्यों का सीआरएस ने बीते शनिवार को निरीक्षण किया था। सुरक्षा के लिहाज से हर बिन्दु को देखा। हालांकि इस बार सीआरएस ने संबंधित रेल विभाग के अधिकारियों से कार्यों को लेकर बहुत अधिक पूछताछ नहीं की। वहीं इस बार भंडारकुंड से भिमालगोंदी के बीच बने सुरंग, टनल एवं अन्य कार्यों के संबंध में सीआरएस को जानकारी देने के लिए अलग-अलग रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
सीआरएस ने निरीक्षण से किया था इंकार
गेज कन्वर्जन विभाग ने नवंबर 2019 में भंडारकुंड से भिमालगोंदी तक रेलमार्ग के कार्यों को पूरा करने का दावा किया था और सीआरएस को निरीक्षण के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि सीआरएस ने रिपोर्ट के आधार पर ब्रिज नंबर-100 पर रिटर्निंग वॉल सहित अन्य अधूरे कार्यों पर सवाल उठाते हुए निरीक्षण से इंकार कर दिया था।

इनका कहना है…
निरीक्षण के दौरान सीआरएस कार्यों से संतुष्ट थे। घाट सेक्शन में कई ऊंचे ब्रिज हैं। सीआरएस ने सभी कार्यों को देखा। भंडारकुंड से भिमालगोंदी रेलमार्ग को अप्रूवल मिलने की पूरी उम्मीद है। कब तक यह नहीं कह सकते।
एचपी त्रिपाठी, चीफ इंजीनियर, गेज कन्वर्जन विभाग

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