अब तक केबल ऑपरेटर उपभोक्ताओं को फ्री टू एयर वाले चैनल मुफ्त में दिखाया करते थे। परंतु अब इन चैनलों को देखने के लिए भी कम से कम 139 रुपए प्रति माह देना होगा। इससे सरकारी दूरदर्शन देखने के लिए भी 139 रुपए प्रतिमाह किराया देना होगा। इसके अलावा ट्राई के नियमों के अंतर्गत प्रत्येक पे-चैनलों ने अपना मासिक किराया निर्धारित कर लिया है। जिसके बाद उपभोक्ताओं को अपने हिसाब से चैनलों की की चेन तैयार कर ऑपरेटर से रिचार्ज करना अनिवार्य हो जाएगा। वर्तमान में फ्री टू एयर चैनल देखने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा रहा है। परंतु अब देना होगा इसी प्रकार से उपभोक्ता अपने ऑपरेटर से मनचाहा डिस्काउंट लेकर 100 रुपए से लेकर 200 रुपए तक शुल्क देकर मनोरंजन कर सकते हैं।
इसी बात से अब उसे 600 रु. तक मासिक शुल्क अदा करना पड़ सकता है। शहर के बीसीएन केबल नेटवर्क के एमएसओ आनंद वसुले ने बताया कि ऑपरेटर इस नियम का विरोध कर रहे हैं। ऑपरेटरों का कमीशन जरूर तय किया गया है परंतु इस नियम से व्यापार पर भी असर पड़ेगा। यह केबल बड़े चैनल मालिकों को लाभ पहुंचाने के हिसाब से उठाया गया कदम है।
पे चैनल देखने के लिए देने होंगे रुपए
उपभोक्ताओं को इस नए नियम के अंतर्गत पे-चैनल देखने के लिए अधिकतम 19 रु. तक चुकाने पड़ सकते हैं। चैनलों के तय शुल्क के अनुसार 50 पैसे से लेकर 19 रु. तक तय हो चुके हैं। फ्री टू एअर वाले चैनल से लेकर जीटीवी, स्टार प्लस और सोनी टीवी के दाम चुकाने के बाद ही आप प्रोग्राम देख पाएंगे।