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छिंदवाड़ा

Chhindwara news: पांच माह से तैयारी में ही जुटे हुए हैं कॉलेज, जून से पहले नहीं होगी पीएचडी परीक्षा

अक्टूबर 2023 में विश्वविद्यालय ने सभी आवेदन करने वाले कॉलजों को भेजा था पत्र

छिंदवाड़ाFeb 11, 2024 / 12:31 pm

ashish mishra

Chhindwara news: पांच माह से तैयारी में ही जुटे हुए हैं कॉलेज, जून से पहले नहीं होगी पीएचडी परीक्षा

Chhindwara news: पांच माह से तैयारी में ही जुटे हुए हैं कॉलेज, जून से पहले नहीं होगी पीएचडी परीक्षा

छिंदवाड़ा. राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय द्वारा जून 2024 से पहले अधिकतर विषयों की पीएचडी की परीक्षा नहीं कराई जा सकेगी। इसकी वजह यह है कि विश्वविद्यालय से संबद्ध सिवनी, बालाघाट एवं छिंदवाड़ा के कई कॉलेजों ने आवेदन नहीं किया है और जिन्होंने आवेदन किया है वे पांच माह से तैयारी में ही जुटे हुए हैं। ऐसे में शोध केन्द्र के लिए इन कॉलेजों का निरीक्षण नहीं हो पा रहा है। राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय लगातार इन कॉलेजों से संपर्क कर जल्द से जल्द तैयारी करने को कह रहा है। इसके बावजूद भी कॉलेज ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में पीएचडी का तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को अभी और इंतजार करना होगा। आवेदन करने वाले सभी कॉलेज निर्धारित समय पर शोध केन्द्र के लिए निरीक्षण करा लेते तो विश्वविद्यालय फरवरी माह में पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित कर देता। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय ने अक्टूबर 2023 में शोध केन्द्र के लिए आवेदन करने वाले कॉलेजों को पत्र जारी कर कहा था कि वे अगर निरीक्षण के लिए तैयार हों तो फिर टीम भेजी जाए। इसके बावजूद कुछ कॉलेजों ने अपनी सहमति दी। इसी दौरान राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय ने भूगोल और राजनीतिक विज्ञान विषय में पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा की तिथि जारी कर दी। 7 जनवरी को शोध केन्द्र पीजी कॉलेज में परीक्षा आयोजित हुई थी।
एक साथ होगी प्रवेश परीक्षा
राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय द्वारा शोध केन्द्र के लिए सभी आवेदन करने वाले कॉलेजों का निरीक्षण कराने के बाद ही नोटिफिकेशन जारी करेगा। इसके बाद सभी विषय में शोध के लिए प्रवेश परीक्षा एक साथ आयोजित होगी। बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव के बाद ही यह प्रक्रिया पूरी हो सकेगी। जून 2024 से पहले परीक्षा होना संभव नहीं है। विभिन्न विषयों में शोध केन्द्र के लिए आवेदन करने वाले कॉलेज अगर विश्वविद्यालय द्वारा गठित समिति से समय पर निरीक्षण करा लेते और उन्हें मान्यता मिल जाती तो विद्यार्थियो को फायदा होता। एक साथ प्रवेश परीक्षा होती और वे पीएचडी जल्द से जल्द पूरी कर पाते।
शोध केन्द्र एवं गाइड के लिए मई में मिलेगा मौका
वर्ष 2020 में शोध केन्द्र एवं गाइड के लिए विश्वविद्यालय ने आवेदन मांगे थे। कुछ कॉलेजों ने आवेदन किए। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। विश्वविद्यालय ने अक्टूबर 2023 में प्रक्रिया तेज की। इस दौरान फिर से कॉलेजों से शोध केन्द्र एवं गाइड के लिए आवेदन मांगे गए। अब यह प्रक्रिया बंद हो गई है। विश्वविद्यालय का कहना है कि मई-जून माह में एक बार फिर आवेदन मांगे जाएंगे। जो कॉलेज किसी कारणवश आवेदन नहीं कर पाए थे उन्हें मौका मिलेगा।

अभी यह स्थिति
विश्वविद्यालय ने तीनों जिलों में केवल पीजी कॉलेज छिंदवाड़ा में भूगोल, राजनीतिक शास्त्र विषय के लिए शोध केन्द्र बनाने की अनुमति दी है। इसके अलावा 19 गाइड भी नियुक्त हुए हैं।
हाल ही में विश्वविद्यालय ने हिन्दी साहित्य विषय में शोध केन्द्र के लिए आवेदन करने वाले राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज, पीजी कॉलेज छिंदवाड़ा एवं सिवनी का निरीक्षण कराया है। टीम ने अपनी रिपोर्ट भी दे दी है। वहीं शासकीय बिछुआ एवं जुन्नारदेव कॉलेज में भूगोल विषय में शोध केन्द्र के लिए निरीक्षण हो चुका है। इस विषय में शासकीय पीजी कॉलेज सिवनी ने भी आवेदन किया था, लेकिन वहां गाइड नहीं होने की वजह से निरीक्षण टल गया है। 12 जनवरी को पीजी कॉलेज में रसायन शास्त्र विषय में शोध केन्द्र के लिए टीम निरीक्षण करेगा। इस विषय में परासिया एवं जुन्नारदेव कॉलेज ने भी निरीक्षण के लिए तैयारी की थी, लेकिन किसी वजह से वहां निरीक्षण नहीं हो पाया है। इसके अलावा पीजी कॉलेज में अंग्रेजी विषय में शोध केन्द्र के लिए तीन सदस्यीय निरीक्षण दल का गठन किया गया था, लेकिन इसमें से दो सदस्य ने किसी वजह से आने से इंकार कर दिया। अब विश्वविद्यालय जल्द ही टीम गठित कर निरीक्षण कराएगी।
इन कॉलेजों ने किया है आवेदन
पीजी कॉलेज ने छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय को बॉटनी, कमेस्ट्री, फिजिक्स, भूगोल, राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र, हिंदी, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, इतिहास विषय में शोध केन्द्र बनाने के लिए निरीक्षण शुल्क जमा किया है। इसके अलावा राजमाता सिंधिया गल्र्स कॉलेज ने बॉटनी, जुलॉजी, हिंदी, होम साइंस विषय में, शासकीय परासिया कॉलेज ने इतिहास एवं कमेस्ट्री विषय में, शासकीय बिछुआ कॉलेज ने भूगोल एवं समाजशास्त्र विषय में एवं सिवनी जिले के बरघाट कॉलेज ने लाइब्रेरी साइंस विषय में रिसर्च केन्द्र बनाने के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा सिवनी स्थित शासकीय कन्या कॉलेज ने वनस्पति शास्त्र विषय, बालाघाट से जटाशंकर कॉलेज ने कॉमर्स, जुलॉजी विषय में शोध केन्द्र के लिए आवेदन किया है।
इनका कहना है..
कुछ कॉलेजों में शोध केन्द्र के लिए कमेटी निरीक्षण कर रिपोर्ट सबमिट कर चुकी है। उनकी अनुशंसा के आधार पर नोटिफिकेशन एक हफ्ते में जारी कर देंगे। शेष कॉलेजों में निरीक्षण के बाद ही सभी विषयों में शोध के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। हम आवेदन करने वाले कॉलेजों से लगातार संपर्क में है और उनसे जल्द से जल्द निरीक्षण कराने को कह रहे हैं। जून 2024 तक प्रवेश परीक्षा करा लेंगे।
जेके वाहने, अकादमिक प्रभारी, आरएसएस विवि, छिंदवाड़ा.

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