यह है मामला
अतरवाड़ा निवासी किसान रामदास चंद्रवंशी ने बताया कि 18 दिसम्बर को उसका भावांतर में 33 क्विंटल मक्का दिनेश अग्रवाल ने खरीदा। तुलाई के बाद जब वे अपने भुगतान के लिए अग्रवाल के पास पहुंचे तो उन्होंने भुगतान के पहले रुपयों की मांग की। जब देने से मन कर दिया तो व्यापारी ने कहा पर्ची दिखाओ और हाथ में लेकर फाड़ दी और कहा की अब साबित कर कि मैंने अनाज खरीदा है। किसान ने कहा कि 22 दिसम्बर को उन्होंने पुलिस में शिकायत की है। सोमवार को किसान मंडी अध्य्क्ष शेषराव यादव से भी मिला और सचिव को भी पत्र लिखकर भुगतान कराने को कहा।
व्यापारी ये दे रहा स्पष्टीकरण
व्यापारी दिनेश अग्रवाल का कहना है कि मुझे नहीं पता उक्त किसान ने मुझे अनाज बेचा या नही। मैं अपने तुलावटी से पूंछूगा। अग्रवाल ने कहा कि न तो उन्होंने पैसे की मांग की और न पर्ची फाड़ी। लगाए गए इलज़ाम गलत हैं।
मंडी के दस्तावेजों में अग्रवाल ने ही खरीदा किसान का मक्का
जांच के बाद मंडी इंस्पेक्टर राजेश उइके ने बताया कि जांच में ये पता चला है कि उक्त व्यापारी ने ही किसान रामदास चंद्रवंशी का मक्का खरीदा है। उक्त व्यापारी के खिलाफ पहले भी ऐसी कई शिकायतें आ चुकी हैं। उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। यदि जवाब तार्किक नहीं मिला तो व्यापारी का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।