एसडीओपी के अनुसार कई बार संदीप राय और विनीता साहू छतरपुर एवं जटाशंकर के होटल में एक-दूसरे से मिलते थे। विनीता के पति राजेश को इस रिश्ते पर संदेह था लेकिन वह बेहद सीधा-साधा व्यक्ति था इसलिए उसने कभी इसको लेकर विवाद नहीं किया। ऑटो चलाने वाला राजेश 26 जून की रात काम से लौटा तो उसने देखा कि मोहल्ले में एक पटेल परिवार के यहां शादी समारोह है, जहां तेज आवाज में लोक नृत्य रावला का कार्यक्रम चल रहा है। रात करीब 10 बजे तक वह इस शादी समारोह को देखता रहा और उसके बाद सो गया।
रात करीब एक बजे विनीता साहू ने अपने प्रेमी संदीप राय को फोन लगाया, संदीप अपने तीन अन्य साथियों रामकिशन सेन, भागचन्द्र अहिरवार एवं सतपाल सैनी को लेकर उसके घर में दाखिल हो गया। चारों लोगों ने जमकर शराब पी रखी थी। राजेश की हत्या की योजना पहले ही बनाई जा चुकी थी। योजना के मुताबिक राजेश के सोने पर उसकी गला दबाकर हत्या की जानी थी जैसे ही सभी लोग भीतर आए तो तीन अन्य साथियों ने देखा कि बगल में ही विनीता और राजेश की तीन बच्चियां सो रही हैं।
इन बच्चों को देखकर साथियों ने हत्या करने से मना कर दिया और वे लौटने लगे लेकिन विनीता साहू ने उन्हें रोक लिया और कहा कि अब हत्या करनी जरूरी है, भले ही पकड़े जाने पर वह सारा इल्जाम अपने सिर पर ले लेगी और जेल चली जाएगी। इसके बाद संदीप ने सोते हुए राजेश के सिर पर तकिया रख दिया और विनीता ने उसका गला दबा दिया। तीनों साथियों ने राजेश के हाथ और पैर जमकर पकड़ लिया जिससे कुछ ही देर में झटपटाकर राजेश ने दम तोड़ दिया।
घर के बाहर तेज आवाज में रावला का कार्यक्रम चल रहा था इसलिए राजेश की मामूली चीखें किसी को नहीं सुनाई दीं। घटना के बाद तीनों साथी मौके से फरार हो गए और संदीप व विनीता सुबह तीन बजे तक साथ में ही रहे फिर संदीप भी अपने घर चला गया।
विनीता हत्या की इस वारदात को अंजाम देेने के बाद एक प्रोफेशनल किलर की तरह पेश आयी। बगल में सो रहे बच्चों के सामने ही अपने पति को मौत के घाट उतारा और प्रेमी के साथ तीन घंटे तक उसी घर में मौजूद रही। सुबह 6 बजे उठकर चाय बनाई, बच्चों और खुद ने नाश्ता किया। इसके बाद सुबह राजेश साहू की मां को सूचना देकर बताया कि पति को रात को करंट लग गया है वह उठ नहीं रहे हैं। मां इस घर से दूर रहती थी वह दौड़कर घर पहुंची तो देखा कि राजेश के आसपास बिजली के तार भी पड़े हैं।
मोहल्ले के लोगों की मदद से पुलिस को सूचना दी गई और जब पोस्टमार्टम के लिए लाश को अस्पताल लाया गया तो विनीता लाश देखकर रोने का नाटक भी करती रही। विनीता और राजेश के चार बच्चे हैं जिनमें तीन बेटियां हैं और एक बेटा है। वारदात की रात 6 साल का बड़ा बेटा अपनी दादी के साथ था।
करंट से मौत होने की बात सुनकर पुलिस ने लाश का पोस्टमार्टम कराया और जब रिपोर्ट आयी तो पुलिस को पता लगा कि राजेश की मौत गला दबने से हुई है। पुलिस को स्पष्ट हो गया है कि राजेश की हत्या की गई है। एसडीओपी राजाराम साहू ने बताया कि जब इस मामले के सुराग जुटाए गए तो पता लगा कि विनीता साहू का चाल-चलन ठीक नहीं है। उसके प्रेमी संदीप राय और उसकी कहानियां भी मोहल्ले से पता लगीं। संदीप राय भी 27 जून से ही बड़ामलहरा से गायब हो गया था। संदीप के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता लगा कि वह बड़ामलहरा के एक बैंक में अस्थायी रूप से सेवाएं दे रहा था।
संदीप ने साढ़े चार लाख रुपए का लोन कराने के नाम पर हत्या के तीन अन्य आरोपियों रामकिशन सेन, भागचन्द्र अहिरवार एवं सतपाल सैनी को राजेश की हत्या करने के लिए सुपारी दी थी। वह विनीता को भी बैंक से 90 हजार रुपए का गोल्ड लोन दिला चुका था। इन तमाम जानकारियों के बाद विनीता साहू को हिरासत में लिया गया तो पूछताछ में उसने सारा सच उगल दिया।
विनीता ने बताया कि उसे अपना पति बिल्कुल पसंद नहीं था वह जिंदगी भर संदीप के साथ रहना चाहती थी इसीलिए उसने अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। अब विनीता, उसका प्रेमी संदीप और तीनों साथी हत्या के जुर्म में जेल पहुंच गए हैं जबकि उसके चार बच्चे जिनकी उम्र डेढ़ साल से लेकर 6 साल है।