केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एनएचएआई के जीएम पीएल चौधरी को झांसी खजुराहो फोरलेन निर्माण करने वाली कंपनी पीएनसी के आरोपी कर्मचारियों से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। कंपनी को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वतखोरी के उक्त मामले में सीबीआई ने एनएचएआई कंसल्टेंट और उनके रेजिडेंट इंजीनियर, निजी कंपनी के चार कर्मचारियों सहित 6 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि दस आरोपियों निजी कंपनी और उसके दो निदेशकों सहित 10 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
एपआईआर में आरोप लगाया गया है कि उक्त निजी कंपनी के दो निदेशक अपने आरोपी कर्मचारियों के साथ साजिश करके अनुचित लाभ प्राप्त कर रहे हैं। एनएचएआई अधिकारियों पर एनएचएआई द्वारा निजी कंपनी को सौंपी गई झांसी-खजुराहो परियोजना के संबंध में अंतिम हैंडओवर प्राप्त करने के साथ-साथ अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने और अंतिम बिल की प्रोसेसिंग करने के लिए रिश्वत दी गई है। सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), छतरपुर, मध्य प्रदेश के महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक को निजी कंपनी के कर्मचारियों से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपियों को भोपाल में न्यायिक न्यायालय में पेश किया जा रहा है। सीबीआई की जांच अभी भी जारी है।