21 फीट ऊंचा फाउंडेशन
शुभम जैन ने बताया कि बीते 6 माह में जिनालय के लिए 80 बाई 80 फीट का फाउंडेशन तैयार कर 12 फीट जमीन में खुदाई की गई। इसके बाद खुदाई लेबल से 21 फीट ऊंचा फाउंडेशन बनाया गया निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जिनालय के अंदर 1008 प्रतिमाएं स्थापित होंगी। सबसे ऊपर 5 फीट ऊंचाई की 4 प्रतिमाएं खड़ी मुद्रा में चारों दिशाओं में स्थापित होंगी।
बड़े तीर्थ के रूप में होगा स्थापित
इसके नीचे 8 प्रतिमाएं पद्मासन मुद्रा में स्थापित की जाएंगी। इसके बाद शेष प्रतिमाएं भी विभिन्न स्थानों पर स्थापित होंगी।उन्होंने बताया कि इस जिनालय का निर्माण राजस्थान के बुज के गोल्डन येलो स्टोन से विपुल त्रिवेदी सोमपुरा के निर्देशन और मार्गदर्शन में राजस्थान, मकराना, किशनगढ़ के कुशल कारीगर कर रहे है। जबकि जिनालय का मुख्य गेट राजस्थान के बंशी पहाड़ी के रेड स्टोन से बनाया जा रहा है। छतरपुर शहर में जैन धर्म की बारहों गतिविधियां संचालित होती हैं। शहर के डेरा पहाड़ी पर जैन समाज का बड़ा धार्मिक तीर्थ है, इस नए जिनालय के बन जाने से डेरा पहाड़ी क्षेत्र जैन समाज के बड़े तीर्थ में सुमार हो जाएगा।
इनका कहना है
सहकूट जिनालय का काम छह महीने से चल रहा है। करीब डेढ़ साल में 126 फीट ऊंचा जिनालय बनकर तैयार हो जाएगा।
अरुण जैन, अध्यक्ष, जैन समाज