छतरपुर

लाड़ली बहना: 923 महिलाओं ने योजना का परित्याग किया, 4853 लाड़ली बहनें उम्रदराज होने से हो गई बाहर

लाड़ली बहना योजना का लाभ पाने वाली महिलाओं की संख्या में निरंतर गिरावट आ रही है। इसका मुख्य कारण महिलाओं का उम्रदराज होना बताया जा रहा है। जिले में अब तक 4853 महिलाएं ऐसी हैं, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है, और इस वजह से वे योजना से बाहर हो गई हैं।

छतरपुरJan 16, 2025 / 10:53 am

Dharmendra Singh

महिला एवं बाल विकास विभाग छतरपुर

छतरपुर. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ पाने वाली महिलाओं की संख्या में निरंतर गिरावट आ रही है। इसका मुख्य कारण महिलाओं का उम्रदराज होना बताया जा रहा है। जिले में अब तक 4853 महिलाएं ऐसी हैं, जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है, और इस वजह से वे योजना से बाहर हो गई हैं।

महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सिंह ने जानकारी दी कि जिले में इस समय 3 लाख 26 हजार 515 लाड़ली बहनें हैं, लेकिन इनमें से 4853 महिलाएं उम्र के कारण योजना से बाहर हो चुकी हैं। इसके अतिरिक्त 923 महिलाओं ने स्वेच्छा से इस योजना का परित्याग कर दिया है।

सिर्फ इन्हें मिलता है योजना का लाभ

  • महिला या लडक़ी की उम्र 01 जनवरी 1963 के बाद और 01 जनवरी 2000 से पहले हुई हो।
  • परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • परिवार के किसी सदस्य का आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
  • परिवार के किसी सदस्य का किसी सरकारी विभाग में नौकरी नहीं होनी चाहिए।
  • महिला के परिवार में कोई सांसद, विधायक या अन्य जनप्रतिनिधि न हो।
  • महिला के पास एक एकड़ से अधिक जमीन न हो।

अब तक 20 किस्तें मिली


योजना के अंतर्गत अब तक 20किस्तों का भुगतान किया जा चुका है। 12 जनवरी को ही 20वीं किस्त का भुगतान किया गया। हालांकि, प्रदेशभर में इस बार एक लाख 63 हजार महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें 1250 रुपए की किस्त नहीं मिल सकेगी, क्योंकि इनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है। इस तरह जनवरी में सिर्फ 1.27 करोड़ महिलाओं को ही किस्त मिली।

जून 2023 में शुरू हुई थी लाडली बहना योजना


मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, को जून 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉन्च किया था। शुरुआत में 1000 की राशि दी गई थी, जिसे तीन महीने बाद बढ़ाकर 1250 किया गया। तब शिवराज सिंह चौहान ने वादा किया था कि योजना की राशि में धीरे-धीरे 250 प्रति माह की वृद्धि की जाएगी, ताकि यह 3000 प्रति माह तक पहुंच सके। 5 साल में योजना में 61890.84 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है, अब तक इस योजना के तहत 20 किस्त जारी हो चुकी हैं। वैसे अब इस योजना में नए नाम नहीं जुड़ रहे हैं. इसके अलावा नाम कटने के पीछ सरकारी तर्क है किमहिला की उम्र साठ साल पूरी होना है, जिन महिलाओं की मृत्यु हो जाती है उनके नाम भी डिलीट हो जाते हैं मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं में से एक है, जिसे महिलाओं और युवतियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गया था।

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