बेतवा से जुड़ी सहायक नदियों पर बनेंगे बांध
इस प्रोजेक्ट के पहले फेज में केन नदी पर ढोडऩ गांव के पास बांध बनाकर पानी रोका जाएगा। यह पानी नहर के जरिए बेतवा नदी तक पहुंचाया जाएगा। वहीं, दूसरे फेज में बेतवा नदी पर विदिशा जिले में 4 बांध बनाए जाएंगे। इसके साथ ही बेतवा की सहायक बीना नदी जिला सागर और उर नदी जिला शिवपुरी पर भी बांधों का निर्माण किया जाएगा। प्रोजेक्ट के दोनों फेज से सालाना लगभग 10.62 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई का टारगेट तय किया गया है।
बिजली भी मिलेगी
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना से 103 मेगावाट जल विद्युत और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा। यह 10.62 लाख हेक्टेयर की वार्षिक सिंचाई भी प्रदान करेगा और लगभग 62 लाख की आबादी को पेयजल आपूर्ति की सुविधा प्रदान करेगा।
इस परियोजना के माध्यम से पिछड़े बुंदेलखंड क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक समृद्धि को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, क्योंकि इससे कृषि गतिविधियों और रोजगार में वृद्धि में मदद मिलेगी।
मध्यप्रदेश के 9 जिले होंगे लाभांवित
इस परियोजना से बुंदेलखंड को फायदा मिलेगा। इसमें उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले और मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ पन्ना, छतरपुर, दमोह, सागर और दतिया जिले लाभांवित होंगे। इसके साथ ही साथ मध्य प्रदेश के शिवपुरी, रायसेन और विदिशा जिले में भी जल की आपूर्ति की जाएगी। इससे बुंदेलखंड में सामाजिक और आर्थिक विकास होगा और पेयजल की समस्या खत्म होगी साथ ही साथ ग्राउंडवाटर रिचार्ज भी होगा।
दो चरण में होगा निर्माण
फैक्ट फाइलपरियोजना लागत – 44605
सिंचाई – 10.62 लाख हैक्टेयर
किसानों को लाभ – 62 लाख
जल ऊर्जा – 103 मेगावाट जल ऊर्जा
सौर उर्जा – 27 मेगावाट
दूसरे चरण में सहायक प्रोजेक्ट
केन बेतवा लिंक परियोजना के पहले चरण में दोनों नदियों को जोडऩे का काम किया जाएगा। दूसरे चरण में सहायक प्रोजेक्ट पर काम होगा। लिंक फीडर के जरिए आसपास के जिलों को लाभ होगा।