अब आंधी-बारिश और ओलावृष्टि की आशंका
मौसम केंद्र भोपाल के मुताबिक आगामी 24 घंटे तक तेज हवा, ओलावृष्टि की आशंका है। वज्रपात और झंझावात के साथ-साथ 30-40 किमी/घंटा की गति से झोकेंदार हवाएं चलने की संभावना है। ये हवाएं विशेष रूप से भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, देवास, छिंदवाड़ा, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पांढुर्ना जिले में चलने की आशंका है। वहीं, बैतूल, नर्मदा पुरम आदि में बारिश के साथ ओलावृष्टि हो सकती है। अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उक्रैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, मैहर और अन्य आसपास के क्षेत्र में आंधी आने की आशंका है।
मौसम के इन सिस्टम से आया बदलाव
मौसम केंद्र खजुराहो के प्रभारी आरएस परिहार के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान व निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवातीय परिसंचरण के रुप में सक्रिय है। इससे दक्षिण पश्चिमी हवाओं के बीच समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 68 डिग्री पूवो देशांतर और 17 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में विस्तृत है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवातीय परिसंचरण देखा गया है, जो मौसमी बदलावों की ओर संकेत कर रहा है। इसके साथ ही भारत के ऊपर समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 203 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं, जो मौसम पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं। वहीं, उत्तरी पाकिस्तान और दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जिससे पूर्वी अरब सागर तक समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर ट्रफ बना हुआ है।
सावधानियां बरतने की सलाह
मौसम विभाग ने सभी नागरिकों से आंधी के दौरान खुले स्थानों पर न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। साथ ही, वाहन चालकों को तेज हवाओं के दौरान सडक़ पर सतर्कता बरतने और धीमी गति से चलने की सलाह दी गई है। जिले के अधिकारियों ने भी स्कूलों, सरकारी दफ्तरों और ग्रामीण इलाकों में मौसम को लेकर लोगों को जागरूक करने की योजना बनाई है, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।