9 पैरामीटर पर बनाया प्रस्ताव
पीओ डूडा ने नगरीय प्रशासन के आयुक्त को सीएम की घोषणा से अवगत कराते हुए मार्गदर्शन मांगा था। जिसके बाद प्रशासनिक हरी झंड़ी मिलने पर कवायद शुरू हुई। नगर निगम के लिए कार्रवाई शुरू किए जाने के आदेश जारी करने के बाद कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने एसडीएम को प्रस्ताव करने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम का प्रस्ताव 9 पैरामीटर के आधार पर तैयार किया गया है। कलेक्टर ने एसडीएम को प्रस्ताव के साथ मानचित्र, गूगल मैपिंग प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
तीन लाख से अधिक होगी आबादी
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार नगर निगम के लिए 3 लाख से अधिक की आबादी के लिए क्राइटेरिया तय किया गया है। इसके चलते. प्रस्ताव में छतरपुर की सीमा से लगे 20 गांवों को चिन्हित किया गया है। एसडीएम ने बताया कि शासन के द्वारा निर्धारित बिंदुओं के आधार पर प्रस्ताव तैयार किया गया है।11 सदस्यीय काउंसिल होगी
नगर पालिका में अध्यक्ष का निर्वाचन होता है, जबकि नगर निगम में महापौर। यदि सब कुछ ठीक रहा ते अगली बार शहर की जनता महापौर को चुनेगी। अध्यक्ष का चयन निर्वाचित पार्षद करेंगे। नगर निगम में प्राशासनिक भूमिका में आयुक्त रहेगा। आयुक्त आईएएस को बनाया जाता है। महापौर का अपना मंत्रिमंडल होता है। इसमें वह खुद सभापति होते हैं, जबकि मेयर इन काउंसिल में अधिकतम 11 सदस्यों को शामिल किया जा सकता है, जिन्हें विभिन समितियों का प्रभारी बनाया जाता है। आबादी बढ़ाने दो दर्जन गांव शहर में होंगे शामिल नगर निगम में शहर से सटे गांवों को शहर में शामिल किया जएगा। इससे न सिर्फ गांव का तेजी विकास हो सकेगा, बल्कि वह शहरी परिवेश में आने लगेंगे।इन गांवों को मिलेगा लाभ
नगर निगम में शहर से सटे दो दर्जन गांवों को शहर में शामिल किया जा सकता है। इससे न सिर्फ गांवों का तेजी से विकास हो सकेगा, बल्कि वह शहरी परिवेश में आने लगेगे। जानकारी के अनुसार गठेवरा हमा, बगौता, गौरगांव, धमोरा, चंद्रपुरा, पठापुर, सौंरा समेत 20 गांव नगरनिगम में शामिल हो जाएंगे। जिससे जिला मुख्यालय के गावों की तस्वीर व तकदीर बदल जाएगी।
इनका कहना है
शासन स्तर से नगर निगम की कार्रवाई प्रारंभ किए जाने की अनुशंसा प्राप्त होने के बाद इसके लिए प्रस्ताव तैयार है। प्रस्ताव में शहर की सीमा से लगे 20 गांवों को चिन्हित कर लिया गया है।
अखिल राठौर, एसडीएम