इस कड़ी में अभिनेता से राजनेता बने उदयनिधि पहले विधायक और अब मंत्री बन चुके हैं। वे वी. मैय्यनाथन द्वारा संभाले जा रहे विभाग के मंत्री बनाए गए हैं। मंत्रिमंडल में फेरबदल के तहत नाराज चल रहे आई. पेरियसामी को भी खुश किया गया है जो सहकारिता विभाग से असंतुष्ट थे। पेरियसामी डीएमके जिला सचिवों की पिछली बैठक में भी शामिल नहीं हुए थे। वे शुरू से ही उनको आवंटित सहकारिता विभाग के पक्ष में नहीं थे कि उनकी वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखा गया।
उदयनिधि स्टालिन को सीएम द्वारा संभाले जा रहे विशेष कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग और ग्रामीण विकास मंत्री के. आर. पेरियकरुप्पन के अनुभाग गरीबी उन्मूलन व ग्रामीण ऋणग्रस्तता का प्रभार भी सौंपा गया है। दीगर बात यह है कि यह बदलाव डीएमके के सियासी रिवाज के उलट रहा है। अमूमन एक बार तय हो चुकी डीएमके कैबिनेट पांच साल तक कमोबेस नहीं बदलती है।
शेखर बाबू के पास सीएमडीए इसी तरह, मंत्रियों के रामचंद्रन और एम मदीवेंदन के बीच विभाग का आदान-प्रदान हुआ है। के. रामचंद्रन अब पर्यटन मंत्री हैं जबकि मदीवेंदन वन विभाग का कार्य देखेंगे। हिन्दू धर्म व धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग के मंत्री पी. के. शेखर बाबू को चेन्नई महानगर विकास प्राधिकरण (सीएमडीए) का कार्य सौंपा गया है जो आवासन मंत्री एस. मुत्तुसामी के पास था। खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड जो हथकरघा मंत्री आर. गांधी के पास था, अब पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री आरएस राजकण्णप्पन को स्थानांतरित कर दिया गया है। सांख्यिकी विभाग और पूर्व सैनिक कल्याण विभाग जो आई पेरियासामी के पास थे उन्हें क्रमश: वित्त मंत्री पलनीवेल त्यागराजन और वी. मैय्यनाथन को स्थानांतरित कर दिया गया है।