टीकाकरण अभियान प्रभावित न हो
पत्र में उल्लेख किया गया है कि कम से कम 10 दिनों के अभियान के लिए टीकों की एक उन्नत आपूर्ति की आवश्यकता होती है। राज्य में टीकाकरण की गति बढऩे के साथ ही मैं अनुरोध करूंगा कि कम से कम दस दिनों की वैक्सीन की अनुमानित आपूर्ति लगभग 20 लाख खुराक की आपूर्ति अग्रिम में आपूर्ति की जा सकती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि व्यक्तिगत साइटों में टीकाकरण अभियान प्रभावित नहीं हो। दूसरी खुराक के लिए आने वाले व्यक्तियों को तारीख पर टीकाकरण का आश्वासन दिया जाता है और वे रिपोर्ट करते हैं।
मुख्यमंत्री का आरोप
मुख्यमंत्री पलनीस्वामी ने अपने पत्र में एक बड़ा आरोप लगाया कि कुछ राष्ट्रीय और राज्य नियामकों ने व्यक्तिगत निर्माताओं द्वारा आपूर्ति की जाने वाली कोविड-19 दवाओं की आपूर्ति को प्राथमिकता दी है, जो इसका उत्पादन कर रहे हैं। कुछ निर्माताओं द्वारा कुछ राज्यों को आपूर्ति को प्राथमिकता दी जा रही है और केवल रेमडेसिविर की बिक्री को प्रतिबंधित किया जा रहा है, जहां रेमडेसिविर का उत्पादन किया जा रहा है।
यह दावा सामने आया है क्योंकि कई राज्य गंभीर कोविड-19 रोगियों को दी जाने वाली दवा रेमडेसिविर के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि वह इस मुद्दे को ऐसे राज्यों में ले जाए जहां कंपनियों को अपनी उत्पादन सुविधाएं उपलब्ध हों।
इंटीग्रेटेड वैक्सीन कॉम्प्लेक्स को मिले अनुमति
मुख्यमंत्री ने पीएम को ध्यान दिलाया कि तमिलनाडु के चेंगलपेट जिले में इंटीग्रेटेड वैक्सीन कॉम्प्लेक्स को केंद्र से अनुमति मिलने की जरूरत है। यह केंद्र द्वारा निष्पादित परियोजना है जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर टीकाकरण करना है। परियोजना तैयार है, लेकिन कुछ औपचारिकताएं हैं जो अभी भी लंबित हैं। सीएम ने पीएम से सुविधा के संचालन के लिए आग्रह किया ताकि राष्ट्रीय स्तर पर टीकाकरण को संरक्षित किया जा सके।