अशुद्ध मन को करें शुद्ध
चिदम्बरम. सिरकाली जैन स्थानक में विराजित उपप्रवर्तक गौतममुनि ने कहा कि जीवन में अशुद्धि होने से मन इधर उधर भटकता है, जिसे एकाग्रता से शुद्ध कर शांत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों की मदद करते समय सुस्ती नहीं आनी चाहिए, बल्कि पूरी ताकत से जितना हो सके जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। हर कार्य सवाधानी पूर्वक करना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर व्यक्ति को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जब तक क्षमता है दूसरों की मदद करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने कहा कई ऐसे लोग हैं जो मदद करने में सक्षम हैं लेकिन काम में व्यस्त होने की वजह से मदद के लिए आगे नहीं आते। लेकिन प्रयास करना चाहिए कि कुछ समय निकाल कर भलाई के कार्य करें।