संस्थापक और सीईओ अग्निश्वर जयप्रकाश ने कहा, गरुड़ एयरोस्पेस का सूरज ड्रोन, वास्तविक समय की निगरानी जैसे अत्याधुनिक समाधानों के साथ सैन्य और सुरक्षा सहायता प्रदान करने में मदद करेगा। गरुड़ एयरोस्पेस भी सूरज ड्रोन के विकास पर एनएएल, डीआरडीओ और कई अन्य वैज्ञानिकों द्वारा निर्देशित किया जा रहा है।
गरुड़ एयरोस्पेस की तरफ से बताया गया है कि यह ड्रोन हाईटेक टेक्नोलॉजी से लैस है, जिससे यह रीयल टाइम फोटो और वीडियो कैप्चर कर सकती है। स्टार्टअप ने यह भी बताया कि ड्रोन यह सुनिश्चित करेगी कि रणनीतिक संचालन और तैयारियों की प्लानिंग से पहले मुख्यालय और बेस के पास अहम जानकारियां उपलब्ध हो।
ड्रोन के हाईलाट्स
– सूरज ड्रोन में हाई रेजोल्यूशन कैमरे के साथ ही थर्मल इमेजनरी और लिडार सेंसर भी लगाए गए हैं और इसकी अधिकतम क्षमता 10 किलो है।
– इस ड्रोन में एक एक्स्ट्रा बैटरी भी यूज किया गया है, जो जरूरत के हिसाब से ड्रोन के स्पीड मेंटेन करने का काम करता है।
– सूरज ड्रोन एडवांस रीयल टाइम प्रोसेसिंग के लिए एआई, एमएल और बायोनिक चिप से पूरी तरह लैस है।
– गरुड़ एयरोस्पेस के मुताबिक ‘सूरज’ का इस्तेमाल आईएसआर (खुफिया, निगरानी, जासूसी) में किया जा सकता है।
– यह ड्रोन 3,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है, जिसे मुख्य तौर पर निगरानी के लिए डिजाइन किया गया है।
– अगर ड्रोन को काम पर लगाया जाता है तो यह लगातार 12 घंटों तक उड़ान भर सकता है।
– ड्रोन आसमान से जानकारी जुटाकर जमीन पर जवानों तक भेज सकेगा और उनकी सेफ्टी में काम आ सकेगा।
– ड्रोन में जे-आकार की साइज में पंख लगे हैं। इसमें सूरज की रोशनी से चलने वाला सेल लगाया गया है। जो प्राईमरी फ्यूल के तौर पर काम करता है।