चिकित्सकों ने बताया कि यह परिवार आंध्रप्रदेश के कडपा का रहने वाला है। डा.मेहता हास्पिटल में प्री-मैच्यूर जुड़वा बच्चा हुआ। दोनों को न्यूबार्न इन्टेंसिव केयर यूनिट में भर्ती किया गया। एक बच्चे को जिसका वजन 1.040 किलोग्राम था उसे चार सप्ताह के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। लेकिन दूसरे बच्चे की स्थिति नाजुक थी। वह बीमार था एवं उसे इन्वैसिव वेंटीलेशन पर रखा गया था। उसके हेमोडायनामिक में गड़बड़ी के साथ साथ रक्तचाप गिरना शुरू हो गया। इसके बाद क्लिनिकल आकलन एवं इको में दिखा कि उसके दिल के आसपास द्रव संग्रहित हो गया है। इसके बाद उसका इलाज शुरू हुआ। इसमें पेरीकार्डियम से अधिक द्रव का निकाला जाना एवं रक्तचाप को स्थिर करना शामिल रहा। इस प्रोसीजर के बाद अब बच्चे का वजन 1.3 किलोग्राम हो गया है। उसे हास्पिटल से छुट्टी दे दी गई है।