पुलिस ने बताया कि जीटीएल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने कोयम्बेडु के नॉर्थ माडा स्ट्रीट स्थित एक इमारत की छत पर 15 फुट ऊंचा मोबाइल टॉवर स्थापित किया था।। कंपनी ने 2006 से 2018 तक इमारत के मालिक चंद्रन, करुणाकरन और बालकृष्णन को किराए का भुगतान किया था। उसके बाद टेलीकॉम कंपनी ने 12 मार्च, 2018 से संचालन बंद कर दिया। उसके बाद से इमारत के मालिकों को किराया नही मिला। हाल ही में जीटीएल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के कुछ कर्मचारियों ने इमारत का दौरा किया और पाया कि टावर गायब था।
उन्होंने इमारत के मालिकों से टावर के बारे में पूछताछ की। तीनों ने उन्हें बताया कि टावर तोड़ दिया गया और कोयम्बेडु में एक कबाड़ी डीलर को बेच दिया गया। जीटीएल इन्फ्राास्ट्रक्चर के अधिकारी वी कृष्णमूर्ति ने कोयम्बेडु पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और टावर को अवैध रूप से गिराने और इसे बेचने के लिए इमारत के मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। शिकायत में उन्होंने दावा किया है कि टावर की कीमत 8.62 लाख रुपए है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।