एमजीएम हेल्थकेयर के निदेशक, न्यूरोसर्जरी डॉ. रूपेश कुमार की देखरेख में डॉक्टरों की टीम ने ब्रेन स्टेम के पास मौजूद ट्यूमर का माइक्रो-सर्जिकल एक्सिशन करने का फैसला किया। एक उन्नत कदम के रूप में एक इंट्रा-ऑपरेटिव एमआरआई (एक प्रक्रिया जो सर्जरी के दौरान मस्तिष्क की छवियां बनाती है) सर्जरी के बाद बच्चे के मस्तिष्क में ट्यूमर की किसी और उपस्थिति की जांच करने के लिए की गई थी। एमआरआई के माध्यम से टीम अवशिष्ट घाव की पहचान करने में सक्षम थी और अगले दिन दूसरी प्रक्रिया की योजना बनाई गई और पूरा ट्यूमर हटा दिया गया। सर्जरी के 5वें दिन बच्चे को छुट्टी दे दी गई और अब वह ठीक है।