दरअसल पंजाब विश्वविद्यालय में सोमवार को राष्ट्रीय महिला आयोग द्धारा सेमिनार का आयोजन किया गया था। जिसमें हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा, हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष प्रतिभा सुमन शामिल हुए।
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मंच से हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता जब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के मुद्दे पर बोल रहे थे। महिला सशक्तिकरण पर बात करते हुए जब उन्होंने कहा कि 12 साल से कम उम्र की लड़कियों के साथ रेप करने वालों के लिए हमने फांसी देने का एक्ट बनाया तो उसी समय ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन, स्टूडेंट्स फॉर सोसाइटी और पीएसयू ललकार समेत सभी वामपंथी संगठनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। छात्र हाथों में पोस्टर पकड़े हुए थे। स्टूडेंट्स ने भाजपा, आरएसएस, एबीवीपी मुर्दाबाद के नारे लगाएं। डीएसडब्ल्यू वूमेन प्रोफेसर नीना कपिलाष और डीएसडब्ल्यू प्रो मैनुअल नाहर के साथ वार्डनों की टीम ने स्थिति को काबू करने की कोशिश की।
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प्रदर्शनकारियों की आवाज…
पीएसयू ललकार की अमन का कहना था कि आप वूमैन एंपावरमेंट की बात कर रहे हैं और आज इंपावर्ड वूमेन यहां पर यह बताने आई है कि सरकार कितना गलत कर रही है। इस दौरान विवि के सुरक्षा कर्मी भीतर आ गए और उन्होंने विद्यार्थियों को जबरन बाहर निकालना शुरू किया।
देश तोडऩे वाली ताकतों से जुड़े हैं छात्र-स्पीकर
कार्यक्रम में चंडीगढ़ के प्रशासक एवं पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर तथा सांसद किरण खैर को भी आना था लेकिन हंगामे के चलते उन्होंने कार्यक्रम रद्द कर दिए। पुलिस द्धारा हंगामा शांत किए जाने के बाद स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता को सुरक्षा घेरे में बाहर निकाला गया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह स्टूडेंट्स असल में देश को तोडऩे वाली ताकतों से जुड़े हैं और इन्हें समझने की जरूरत है। महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्षा रेखा शर्मा ने कहा कि वह चंडीगढ़ में थी। इसलिए जेएनयू घटना के बारे में जानकारी नहीं है। दिल्ली जाकर इस घटना की जानकारी लेंगी।