क्या है घटनाक्रम चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के नेतृत्व में सैकडों कार्यकर्ताओं ने सेक्टर 34 से भाजपा कार्यालय की ओर कूच किया। जहां उन्हें पुलिस ने बेरिकेड्स लगा कर रोका। कार्यकर्ता रुके नहीं तो पुलिस से भिड़ंत हो गई। कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने पानी से प्रहार किया। इसके चलते छाबड़ा समेत अनेक कार्यकर्ता घायल हुए हैं। प्रेमपाल चौहान, लव कुमार, विशाल अत्रि, प्रेमलता, पम्मी आदि को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां प्राथमिक चिकित्सा दी गई।
क्या यूपी में जंगल राज है छाबड़ा ने मुख्यमंत्री अजय सिंह बिष्ट उर्फ योगी आदित्यनाथ पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पहले पीडि़ता की सुनवाई नहीं होती, खबर को फेक बताया जाता है, फिर बिना पीडि़त के परिवार की सहमति के उसके परिवार को घर मे बंद कर पीडि़त का आनन फानन में रात को संस्कार कर दिया जाता है। गांव को सील कर दिया गया मीडिया से परिवार मिलना चाहता है वो भी बैन कर दिया क्यों? क्या यूपी में जंगलराज है। आखिर योगी सरकार क्या छुपाना चाहती है। पीडि़ता के परिवार का एक बच्चा घर से किसी तरह खेतों से भागता हुआ मीडिया के पास बचकर आकर कहता है कि उसका परिवार मीडिया से बात करना चाहता है। उसके परिवार के सदस्यों को चुप रहने के लिए पीटा जा रहा है। मोदी और योगी सरकार ये ना भूले कि राहुल गांधी इंदिरा गांधी के पोते व राजीव गांधी के बेटे है जिनका देश के लिए बलिदान का इतिहास है।
इन पर उठाए सवाल उन्होंने शहर की सांसद किरण खेर, मेयर राजबाला मलिक, स्मृति ईरानी आदि को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हाथरस की बेटी के साथ घोर अन्याय व उत्तर प्रदेश में हो रही ऐसी अनगिनत घटनाओं पर ये चुप क्यों है। कहां हैं इनकीं सवेदनाएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के किसी भी नेता व कार्यकर्ता को ना कोई डरा सकता है ना ही कोई दबा सकता है।