118 संस्थानों में प्रवेश
43 हजार 773 देशभर में क्वालीफाई
23 कुल आइआइटी
38 अन्य केंद्रीय तकनीकी संस्थान
26 ट्रिपल आइटी
31 कुल एनआइटी
दूसरे चरण का आवंटन 6 जुलाई से
दूसरे चरण के तहत सीटों का आवंटन 6 जुलाई को, तीसरे का 2 जुलाई को, चौथे का 16 जुलाई को, पांचवे का 21 जुलाई को और छठवें चरण का आवंटन 26 जुलाई को होगा। बची सीटों में 26 और 29 जुलाई को सिर्फ एनआइटी सिस्टम के तहत प्रवेश मिलेगा।
जोशा काउंसिलिंग में इनका रखें ध्यान
●जोशा काउंसिलिंग के तहत 114 संस्थानों में करीब 55 हजार सीटों के लिए कुल छह राउंड होंगे ●आइआइटी में 28 जुलाई, एनआइटी में 17 अगस्त से नया सत्र ●आखिरी राउंड में सीट छोडऩे पर जेइइ एडवांस-2024 में डीबार कर दिया जाएगा
फॉर्म में गलती तो तुरंत करें आवेदन
आइआइआइटी भोपाल के डायरेक्टर आशुतोष कुमार सिंह के अनुसार काउंसलिंग के बाद सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया शुरू होगी। कॉलेजों में फीस भरने के बाद निर्धारित तारीख पर रिपोर्ट करना होगा। निर्धारित तारीख पर रिपोर्ट न करने पर एडमिशन कैंसिल माना जाएगा। छात्र से फार्म भरने में कोई गलती होती है, तो जोशा की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा।
ऐसे करें काउंसलिंग 2023 के लिए आवेदन
0-सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
0-इसके बाद होमपेज पर क्लिक करें।
0-एक नया पेज खुलेगा, जिसमें अपनी जानकारी दर्ज करें।
0-काउंसलिंग फार्म भरें और जरूरी दस्तावेज अपलोड कर दें।
क्यों है IIT और NIT स्टूडेंट्स की पहली पसंद
एक अच्छे इंस्टीट्यूट का चयन काफी मुश्किल होता है। क्योंकि यदि संस्थान बहुत अच्छा है तो स्टूडेंट्स अपना बेहतर भविष्य बना पाएंगे। देश में जब तकनीकी एजुकेशन की बात आती है तो आइआइटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) और एनआईटी (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान) का नाम बसे ऊपर रहता है। छात्र भी इन्हीं संस्थानों में से किसी एक में पढ़ाई करना चाहते हैं और अपना करियर बेहतर बनाना चाहते हैं। इन संस्थानों में स्टूडेंट्स को अपनी प्रतिभा और कौशल विकास का मौका मिलता है। इन संस्थानों में फीस कम देना पड़ता है, बल्कि आर्थिक रूप से वंचित छात्रों के लिए कई तरह की स्कॉलरशिप भी रहती है। इन संस्थानों की पढ़ाई कभी भी स्टूडेंट्स के माता-पिता पर बोझ नहीं बनती है।
टॉप के प्रोफेसर्स से मिलती है मदद
इन संस्थानों के प्रोफेसर्स भी देश के टॉपर होते हैं। यही कारण है कि यहां हर सब्जेक्ट में नाले की अपेक्षा इन संस्थानों से की जाती है। ऐसे संस्थानों से अपना कोर्स पूरा करने वाले स्टूडेंट्स को जॉब भी आसानी से मिल जाता है।