आंकड़ों को समझने का हुनर और उसे आसान भाषा में समझाने की खूबी कॅरियर को नई उड़ान दे सकती है। स्टेटिस्टिक्स (Statistics) यानी सांख्यिकी ऐसा ही एक विषय है। जैसे-जैसे कंज्यूमर डेटा की मांग बढ़ रही है, वैसे-वैसे सांख्यिकी के जानकारों को कॅरियर में नए मौके मिल रहे हैं। डेटा का विश्लेषण करना, इससे पॉलिसी बनाना, आर्थिक सर्वे करना इसके विशेषज्ञों का काम है। कोई भी सर्वे सांख्यिकी डेटा के बगैर संभव नहीं है। एक सांख्यिकीविद का काम पिछले डेटा का विश्लेषण करना होता है। इसकी मदद से पॉलिसी मेकर्स नई पॉलिसी बनाते हैं। प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर में सांख्यिकी के जानकारों में मांग बढ़ रही है। हर साल 29 जून को नेशनल स्टेस्टिटिक्स डे मनाया जाता है।
patrika.com पर जानिए स्टेस्टिटिक्स में कहां-कहां मौके मिलते हैं…
क्या है योग्यता
सांख्यिकी में कॅरियर बनाने के लिए 12वीं में कॉमर्स या गणित होना अनिवार्य हैं। परीक्षा कम से कम 50 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होनी चाहिए। 12वीं के पास सांख्यिकी में ग्रेजुएशन और मास्टर्स कर सकते हैं। कुछ संस्थानों में सीधे दाखिला मिलता है। वहीं, कुछ इंस्टीट्यूट प्रवेश परीक्षा के आधार दाखिला देते हैं। दिल्ली, बेंगलुरू और कोलकाता के इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट, से पढ़ाई की जा सकती है। दिल्ली यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, सीआर राव एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिक्स, स्टैटिस्टिक्स एंड कम्प्यूटर साइंस, हैदराबाद से स्टडी कर सकते हैं।
यहां मिलते हैं सांख्यिकी में कॅरियर के मौके
0-डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर (database administrator)
एक डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर डाटा को कैटेगरीवाइज ऑर्गेनाइज करने का काम करता है। डाटा का बैकअप रखना और उसकी सिक्योरिटी पर नजर रखना भी डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर का ही काम है। इसके अलावा ये विशेषज्ञ स्टेकहोल्डर को डाटा एक्सेस करने में मदद करते हैं। यह तय करते हैं कि परमिशन दी जाएगी या नहीं। डेटा को तकनीक की मदद से बेहतर तरीके से पेश करते हैं।
0-फाइनेंशियल एनालिस्ट (financial analysis)
सांख्यिकी में पढ़ाई के लिए फाइनेंशियल एनालिस्ट के तौर पर भी कॅरियर बना सकते हैं। एक फाइनेंशियल एनालिस्ट बैलेंस शीट की एनालिसिस करता है। बताते हैं कि कंपनी और क्लाइंट को कब और कहां निवेश करने की जरूरत है। कंपनी और क्लाइंट के स्टॉक और बॉन्ड की जानकारी रखते हैं और उसकी एनालिसिस करके परिणाम के आधार पर सलाह देकर फायदा पहुंचाते हैं।
मार्केट रिसर्चर (market researcher)
एक मार्केट रिसर्चर प्रोडक्ट और सर्विस को लेकर इंडस्ट्री के रुख को समझते हैं। उसके आधार पर भविष्यवाणी करते हैं। ये मार्केट में ट्रेंड को समझते हैं। कंपनियों को बताते हैं कि कंज्यूमर की जरूरत क्या है और क्या चलन से बाहर हो रहा है। आंकड़ों की मदद से ये जानकारी देते हैं। मार्केट से डेटा को इकट्ठा करके उसे चार्ट और रिपोर्ट के रूप में पेश करते हैं।
डेटा साइंटिस्ट (data scientist)
अगर डेटा साइंटिस्ट बनना चाहते हैं तो स्टेस्टिक्स आपके लिए एक सबसे जरूरी विषय साबित होगा। आंकड़ों का डेटा सेट बनाना, डेटा मॉडल तैयार करना, पैटर्न और ट्रेंड को समझना एक डेटा साइंटिस्ट का काम होता है। एक डेटा साइंटिस्ट स्टेस्टिकल मॉडल को तैयार करने के साथ उसे लागू करने का काम भी करता है। यही वजह है कि डेटा साइंटिस्ट की मांग तेजी से बढ़ रही है।
Govt Job: सरकारी बैंकों में 9 हजार पदों पर भर्ती, आवेदन करने का अंतिम मौका
Career: भारी बारिश और आंधी-तूफान के पूर्वानुमान के लिए करें यह कोर्स, देखें VIDEO
Career: भारी बारिश और आंधी-तूफान के पूर्वानुमान के लिए करें यह कोर्स, देश-विदेश में मिलेगी नौकरी
नीट यूजी काउंसलिंगः मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन से पहले रहें अलर्ट
MPPSC: मध्यप्रदेश के आयुष विभाग में निकली लेक्चरर के पदों पर भर्ती