आपको बता दें कि, टोयोटा ऐसी पहली कंपनी नहीं है जिसने फ्लाइंग कार का पेटेंट कराया है कई और कंपनियां भी हैं जो इससे पहले ही इस क्षेत्र में अपने प्रोडक्ट को पेश कर चुकी हैं।
जैसा कि सामान्य फ्लाइंग कार के डिजाइन में विंग को फिक्स किया जाता है वैसा टोयोटा के इस नई कार में बिलकुल नहीं है। इस कार में सामान्य तौर पर राउटर का प्रयोग किया गया है जो कि वाहन को जमीन से उपर उठने में मदद करते हैं। इसके अलावा जब कार को जमीन पर उतारा जाता है तो वो पहियों में तब्दील हो जाते हैं और एक सामान्य कार की तरह इसे सड़क पर भी दौड़ाया जा सकता है।
जब इस वाहन को हवा में उड़ाया जाता है तो ये एक सेंट्रल पिवॉट से आॅपरेट किया जाता है। इस दौरान वाहन में लगे पहिए एक राउटर की तरह काम करते हैं। इसके अलावा जब वाहन को जमीन पर उतारा जाता है उस दौरान हवा में राउटर की तरह काम करने के वाले पहिए जमीन की सतह पर लैंड करते हैं। दरअसल इन्हें एक पिस्टन को जोड़ा गया है। इसमें एक गैस टरबाइन जेनरेटर, हाइड्रोजन फ्यूल सेल और बड़े बैटरी का प्रयोग किया गया है।
जब ये हवा में रहता है तो एक बेल बोइंग वी-22 आॅसप्रे की तरह काम करता है। बोइंग वी-22 आॅसप्रे अमेरिकन मीलिट्री के दस्ते का एक एयरक्रॉफ्ट है जो कि आसानी से अपनी जगह से ही वर्टिकली हवा में उड़ने और रनवे पर दौड़ने में सक्षम होता है। इस वाहन में भी कुछ ऐसी ही तकनीकी का प्रयोग किया गया है।