बाइक और स्कूटर पर प्लान
हम सभी जानते हैं, कि होन लोन के बाद कार लोन देश में सबसे ज्यादा लिया जाता है, लगभग हर दूसरा व्यक्ति कार को लाने पर खरीदता है, और सामान्य तौर पर एक कार खरीदार के लिए कार लोन में लगने वाला औसत समय लगभग 48 से 72 घंटे है, इस समय को कम करते हुए HDFC Bank ने यह कदम उठाया है। ध्यान दें, कि एचडीएफसी बैंक कार के बाद टू-व्हीलर लोन के लिए भी इसी तरह की योजना बना रहा है।
ये भी पढ़ें: भारत में नहीं लॉन्च होंगे इलेक्ट्रिक स्कूटर और बाइक, सरकार ने खबर का किया खंडन
गेम-चेंजर साबित हो सकता है यह कदम
एचडीएफसी बैंक के रिटेल एसेट्स के कंट्री हेड अरविंद कपिल ने एक न्यूज पोर्टल को बताया, “हमारा मानना है कि यह बड़े पैमाने पर इंडस्ट्री के लिए गेम-चेंजर है।” इस सर्विस का लाभ सेमी अर्बन और ग्रामीण भारत में कार लोन को परिभाषित कर सकती है। अरविंद कपिल का कहना है, कि देश में कार खरीदने की यात्रा 90 फीसदी लोगों के लिए ऑनलाइन शुरू होती है, वहीं 2% से भी कम डीलरशिप पर एंड-टू-एंड डिजिटल है। “हमारा लक्ष्य अपने मौजूदा ग्राहकों और गैर-खाता धारकों में से कम से कम 20-30% को एक्सप्रेस कार लोन के माध्यम से पोर्टल पर लाना है।”
ऑटो लोन पोर्टफोलियो का होाग विस्तार
एचडीएफसी बैंक ग्रामीण इलाकों में खूब प्रसिद्व है, इसका बड़ा उदाहरण है, कि मार्च 2022 में टियर I और टियर II शहरों की तुलना में बैंक के लेन देन में दोगुनी गति से वृद्धि हुई। अब कपिल को उम्मीद है कि डिजिटल पुश के साथ ग्रामीण क्षेत्र में तेजी आएगी। वहीं बैंक को उम्मीद है कि ऑटो लोन पोर्टफोलियो दोहरे अंकों में बढ़ेगा और यह एक्सप्रेस कार लोन के नेतृत्व में बाजार हिस्सेदारी में लाभ अर्जित करेगा।