जयपुर। गाडिय़ों के घटिया टायर कई लोगों की जिंदगी पर “ब्रेक” लगा रहे हैं। लालच में गाड़ी मालिक इस “नासमझी” को रोक नहीं पा रहे। और तो और टायर बेचने वाले ही कहते हैं कि उन्हें पता नहीं कि इसकी रोकथाम के लिए भी कोई विभाग अथवा जांच दल है या नहीं। उनके पास तो बरसों से कोई नहीं आया।
केस-1 डिवाइडर कूद ट्रक से भिड़ी, दो की मौतदो सौ फीट एक्सप्रेस हाईवे पर मुरलीपुरा-पांच नंबर कट के पास 4 मई की रात एक कार डिवाइडर कूद सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। हादसे में कार चालक हीरालाल व साथी प्रकाश बजाज की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल। पुलिस को कार का एक टायर फटा मिला। आशंका टायर फटने से कार डिवाइडर कूद ट्रक से भिड़ गई।
केस-2 पिकअप पलटने से तीन की मौत, 18 घायलकालाडेरा के पास 7 जून को पिकअप के पलटने से राजपुरावास (ताला-धोला) निवासी एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 लोग घायल हो गए।
सारा दारोमदार टायर पर वाहन का सारा वजन टायरों पर होता है, लेकिन फिर भी लोग लालच या लापरवाही के चलते अपनी या फिर दूसरों की जान गंवा रहे हैं। गर्मी में वाहनों के टायर फटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इसके चलते काफी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। जयपुर में भी कई बार टायर फटने से मिनी बस और अन्य वाहनों के पलटने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसे रोकने के लिए “जाग” नहीं हो रही। घटिया टायर बेचने और रिट्रेड करने वालों की “ठगी” को रोका नहीं जा रहा।
चाइनीज टायर आ रहे हैं: टायर विक्रेता रवि सिंघल
पत्रिका: टायर फटने की घटनाएं किस कारण होती हैं?
सिंघल: बाजार में चाइनीज टायर भी आ गए। इसके अलावा घिसे हुए टायर को लोग दो या तीन बार रिट्रेड करवाते हैं, इससे टायर फट जाता है।
पत्रिका: कई बार नए टायर भी फट जाते हैं?
सिंघल: गर्मी में तापमान बढ़ जाता है। गाड़ी तेज रफ्तार और लंबी दूरी तक लगातार चलती है तो टायर गर्म होकर फट जाता है। नए टायरों में कई बार पैसे बचाने के चक्कर में चालक पुरानी या घटिया गुणवत्ता वाली ट्यूब लगा लेते हैं।
पत्रिका: आपकी दुकान में कभी किसी भी सरकारी विभाग के कर्मचारी या अधिकारी टायर-ट्यूब की गुणवता चैक करने आए?
सिंघल: आज तक तो कोई आया नहीं। इसका पता भी नहीं कि कौनसा विभाग टायरों की गुणवत्ता चैक करता है।
रिट्रेड करने वाले फिरोज से बातचीत
पत्रिका: आजकल टायर फटने की घटनाएं काफी बढ़ गई, क्या सही ढंग से रिट्रेड नहीं होते?
फिरोज: रिट्रेड टायर की वारंटी देते हैं, टायर सड़क पर नुकीले पत्थर या फिर मोटी कील चुभने से फटता है।
पत्रिका: एक टायर को कितनी बार रिट्रेड करते हो?
फिरोज: एक टायर को दो बार से अधिक रिट्रेड नहीं करते, तीसरी बार कोई कराने आता है तो उसे मना कर देते हैं।
पत्रिका: और कोई कारण भी है टायर फटने का?
फिरोज: हां, कई माह तक गाड़ी एक ही जगह खड़ी रहने पर टायर सूख जाते हैं। इससे टायर के तारों के रेशे खुलने, ओवर लोड यात्री, सामान रखने या हवा कम होने से भी टायर फट जाते हैं।
यह भी हैं कारणटायर के घिसने पर भी चलाते रहना। रफ्तार में वाहन होने पर अचानक सड़क पर कंकर, पत्थर और गड्डे के आ जाने पर। टायर के नजदीक कबानी या शॉकर का बोल्ट खुलकर टायर के लगने या उसमें फंसने से। लंबी दूरी तय करने पर टायर गर्म होता है और तापमान काफी बढऩे पर भी फटता है। रिट्रेड टायर का रबड़ हटने से। –
(टायर कंपनी के इंजीनियर अनुराग के अनुसार)Hindi News / Automobile / Car / घटिया टायर लगा रहे हैं जिंदगी पर ‘ब्रेक’