क्या कहा वेदांता ग्रुप के चेयरमैन ने?
जब मीडिया द्वारा उनसे महाराष्ट्र की बजाय गुजरात चुनने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये उनके हाथ में नहीं था। प्रोजेक्ट के लिए फंड ऋण के माध्यम से जुटाया जाएगा और कंपनी की अभी तक इक्विटी हिस्सेदारी बेचने की कोई योजना नहीं है।
इस सवाल पर मीडिया से बातचीत में वेदान्त ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘ये एक प्रोफेशनल निर्णय था जोकि Foxconn के टॉप अधिकारियों ने लिया। इसके लिए के टीम का गठन किया गया था जिसमें एक एकाउंटेंसी फर्म और एक विशेषज्ञ शामिल थे। इन लोगों ने 5-6 राज्यों का दौरा किया। हर राज्य ने उनका बाहें फैला कर स्वागत किया और जो भी आवश्यकता थी उसे पूरा करने का आश्वासन दिया।”
वेदान्त ग्रुप के चेयरमैन ने कहा, “गुजरात को चुने जाने के निर्णय में मेरी भूमिका नहीं थी। हमारे पास अधिक समय नहीं था और हमें इसपर तेजी से आगे बढ़ना था। हम आखिरी फैसला लेने के लिए और दो महीने का इंतजार नहीं कर सकते थे। हमनें कहा कि अब इसपर पूर्ण विराम लगाते हैं। टीम ने जिसे फाइनल किया है और जो भी तय किया है हम उसी के साथ आगे बढ़ेंगे।”