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इस काल में हर छोटे खर्च पर अंकुश लगाना सही तरीका नहीं है। इसके बजाय अपनी जीवन शैली में बदलाव करके लोग खर्चों पर लगाम लगा सकते हैं। लोगों का ध्यान बचत करने की ओर अधिक होना चाहिए। इन पांच उपायों से आप अपने वित्त पोषण को बेहतर बनाने का प्रयास कर सकते हैं।
बजट में बदलाव की जरूरत
जरूरी खर्चों को पूरा करने के लिए प्राथमिकता देनी चाहिए। गैरजरूरी खर्चों को हटाकर अपने बजट पर दोबारा गौर करें। ज्यादातर लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। ऐसे में यात्रा और बाहर खाने पर खर्च होने वाले पैसे का उपयोग अन्य वित्तीय आवश्यकताओं पर लगाया जाना चाहिए। ये बचत आने वाले हफ्तों में आपके काम आ सकती है।
अपनी आपातकालीन बचत को बढ़ाएं
किसी के पास पर्याप्त आपातकालीन बचत होनी जरूरी है। आपातकालीन बचत में तीन से छह माह में घर पर होने वाले जरूरी खर्च को बचाने की आवश्यकता होती है। मगर महामारी और देशव्यापी तालाबंदी के दौर में एक अनुमान के अनुसार एक साल के लिए आपातकालीन धनराशि की बचत की जानी चाहिए। इससे मुश्किल समय में इसका उपयोग किया जा सकता है।
अधिक निवेश करें
लोगों को विभिन्न रूपों में निवेश करने पर विचार करना चाहिए और अपनी सेवानिवृत्ति बचत में अधिक योगदान देना चाहिए। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसे में इन पर निर्भर न होकर अपने रिटायरमेंट प्लान पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
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ऋण रणनीति
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच ब्याज दरों में गिरावट आई है। ऐसे में आप कम ब्याज दरों के साथ कोई भी बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड का विकल्प ले सकते हैं। उच्च-ब्याज वाले क्रेडिट कार्ड से ऋण लेने की कोशिश बिल्कुल न करें।
खराब लोन को खत्म करें
पुराने किसी तरह के खराब लोन को खत्म करने का इस समय अच्छा मौका है। रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है। ब्याज दरें अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं। ऐसे में अपने पुराने बकाय लोन को चुकाकर आप ऋण की अवधि को छोटा कर सकते हैं या लोन को पूरी तरह से खत्म भी कर सकते हैं।