पिछले कारोबारी दिन की बड़ी गिरावट (Stock Market Today)
मंगलवार को शेयर बाजार (Stock Market Today) ने एक सकारात्मक शुरुआत की थी, लेकिन दिन चढ़ते ही यह तेजी धूमिल हो गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 820 अंक टूटकर 78,675 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 257 अंक की गिरावट के साथ 23,883 के स्तर पर बंद हुआ। इस बड़ी गिरावट ने निवेशकों को चौका दिया, और बाजार में भारी बिकवाली का माहौल देखा गया था। ये भी पढ़े:- LIC के नए प्रीमियम कलेक्शन में 22.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी, चालू वित्त वर्ष में 1.33 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार बुधवार को भी लाल निशान पर शुरुआत
ग्लोबल बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के कारण बुधवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी ने लाल निशान में कारोबार की शुरुआत की। सुबह के समय सेंसेक्स 153 अंक गिरकर 78,521 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है, जबकि निफ्टी 76 अंक की गिरावट के साथ 23,806 पर कारोबार कर रहा है। इस गिरावट ने निवेशकों को और चिंतित कर दिया है, क्योंकि हाल के दिनों में बाजार में जारी अस्थिरता ने उनके पोर्टफोलियो पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
निफ्टी का प्रदर्शन भी रहा कमजोर
सेंसेक्स के साथ-साथ निफ्टी का भी प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। मंगलवार को निफ्टी ने शुरुआत में कुछ मजबूती दिखाई थी और 24,225 के स्तर पर पहुंचा था, लेकिन जल्द ही इसमें भी गिरावट का दौर शुरू हो गया। दिन के अंत में निफ्टी 257 अंक गिरकर 23,883 के स्तर पर बंद हुआ था। बुधवार को निफ्टी ने फिर से कमजोर शुरुआत की, जिससे बाजार में स्थिरता की उम्मीद पर पानी फिर गया।
गिरावट के कारण
भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Today) की इस गिरावट के कई प्रमुख कारण हैं। सबसे पहले, देश में महंगाई दर में उछाल देखा गया है, जो पिछले 14 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इससे घरेलू बाजार में निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। महंगाई के बढ़ते स्तर ने आर्थिक स्थिरता पर भी सवाल खड़े किए हैं, जो शेयर बाजार (Stock Market Today) पर नकारात्मक असर डाल रहा है। दूसरा बड़ा कारण विदेशी निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली है। बीते कारोबारी दिन मंगलवार को ही विदेशी निवेशकों ने करीब 3500 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जिससे बाजार में और गिरावट आई है। विदेशी निवेशकों के लगातार बिकवाली के चलते घरेलू बाजार में निवेश की गति धीमी पड़ रही है। ये भी पढ़े:- 18 नवंबर को हो सकता है NTPC ग्रीन एनर्जी आईपीओ लॉन्च, ग्रे मार्केट में दिख रही तेजी अंतरास्ट्रीय स्तर पर सुस्ती का असर
भारतीय बाजार में गिरावट का एक बड़ा कारण वैश्विक स्तर पर सुस्ती का माहौल भी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका, चीन की आर्थिक समस्याएं, और अन्य ग्लोबल मार्केट्स में कमजोरी ने भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Today) पर भी असर डाला है। निवेशकों को यह डर है कि यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार नहीं आता, तो भारतीय बाजार (Stock Market Today) में भी लंबे समय तक स्थिरता नहीं आ पाएगी।