बाजार के कमजोर संकेत का कारण (Stock Market Today)
एशियाई बाजारों से मिले कमजोर संकेतों का भी भारतीय शेयर बाजार पर असर पड़ा है। जापान, चीन और दक्षिण कोरिया के बाजारों में भी सोमवार को गिरावट का रुख देखा गया, जिसके चलते घरेलू बाजार भी प्रभावित हुए। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर आर्थिक आंकड़े, चीन की धीमी वृद्धि दर और अंतरास्ट्रीय आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते एशियाई बाजारों में निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है। ये भी पढ़े:- Apple Store ने भारत में अपनी पहली रिसर्च एंड डेवलपमेंट कंपनी की स्थापित सेंसेक्स और निफ्टी के अन्य प्रमुख घटक
सेंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में से कई ने शुरुआती कारोबार में नुकसान झेला है। एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर भी दबाव में रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि इन कंपनियों की कमजोर प्रदर्शन के चलते निवेशकों में धारणा कमजोर हुई है। निफ्टी के 50 प्रमुख शेयरों (Stock Market Today) में भी बिकवाली का दौर जारी रहा, जिससे बाजार में गिरावट का माहौल और गहरा गया हैं।
शेयर बाजार में गिरावट के कारण
इस गिरावट का एक अन्य महत्वपूर्ण कारण तिमाही नतीजों का अनुमान से कम रहना है। कई बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से कमजोर आए हैं। उदाहरण के लिए, एशियन पेंट्स के शेयरों में 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई, क्योंकि कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 43.71 प्रतिशत घटकर 693.66 करोड़ रुपये रह गया। इसके पीछे मुख्य कारणों में कमजोर मांग, सामग्री मूल्य मुद्रास्फीति और घरेलू बाजार में सजावटी तथा कोटिंग कारोबार में गिरावट शामिल हैं। एशियन पेंट्स के तिमाही नतीजे बाजार की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे, जिससे निवेशकों में बेचैनी देखी गई हैं। ये भी पढ़े:- Swiggy के IPO ने आखिरी दिन 3.59 गुना किया सब्सक्रिप्शन, जानें Zomato के बदले स्विगी को कितना मिला रिस्पांस विदेशी फंडों की निकासी का असर
भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Today) में विदेशी निवेशकों की तरफ से भारी निकासी देखी जा रही है। फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) ने बीते कुछ महीनों में बड़े पैमाने पर अपने निवेश को भारतीय बाजार से निकालना शुरू कर दिया है। इसका असर सेंसेक्स और निफ्टी पर लगातार दिख रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी डॉलर की मजबूती और ब्याज दरों में संभावित बढ़ोतरी से भारतीय बाजार (Stock Market Today) से विदेशी निवेशकों की निकासी में इजाफा हो सकता है, जिससे बाजार में गिरावट का दबाव बना रहेगा।