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जांच पूरी होने के बाद होगी उचित कार्रवाई
सेबी ने इंफोसिस के जिन कर्मचारियों पर बैन लगाया है उनमें इंफोसिस के सीनियर कॉर्पोरेट काउंसिल प्रांशू भुतरा और सीनियर प्रिंसिपल कॉर्पोरेट अकाउंटिंग ग्रुप के वेंकट सुब्रमणियन शामिल हैं। इस पर इन्फोसिस ने एक बयान जारी कर कहा कि वह भेदिया कारोबार मामले मे शामिल कर्मचारियों के मामले में आंतरिक जांच शुरू करेगी। कंपनी इस मामले में सेबी को पूरा जरूरी सहयोग देगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आदेश मिलने के बाद उसने एक आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। सेबी के अनुसार, जांच में ये लोग इनसाइडर ट्रेडिंग के दोषी पाए गए है। प्रांशु और वेंकट के अलावा अमित भुतरा, भरत जैन, मनीष चंपालाल, अंकुश भुतरा, कैपिटल वन और टेसोरा कैपिटल पर अगले आदेश तक प्रतिबंध लगाय गया है। ये सभी लोग कैपिटल मार्केट में अगले आदेश तक ट्रेडिंग नहीं कर सकेंगे।
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3.06 करोड़ रुपए का लगाया जुर्माना
नियामक ने दोषी पाए जाने के बाद आठ कंपनियों पर अगले आदेश तक रोक लगाने के साथ दो कंपनियों से 3.06 करोड रुपए के अवैध लाभ को वसुलने के भी निर्देश दिए है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इन दो कंपनियों में कैपिटल वन पार्टनर्स और टेसोरा कैपिटल शामिल हैं। सेबी का कहना है कि कैपिटल वन पार्टनर्स और टेसोरा कैपिटल ने क्रमश: 2.79 करोड़ रुपए और 26.82 लाख रुपए के अवैध कमाई की। इस मामले पूरी जांच होने तक ये शेयर बाजार में कारोबार नहीं कर पाएंगे।