Sukanya Samriddhi Yojana: पोस्ट ऑफिस की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) ने आज, 22 जनवरी 2025 को अपने दस साल पूरे कर लिए हैं। इस योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में की गई थी। बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरू की गई यह योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) आज लाखों परिवारों के लिए सबसे भरोसेमंद और लाभदायक निवेश विकल्प बन गई है।
योजना का उद्देश्य और लाभ (Sukanya Samriddhi Yojana)
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) बेटियों की शिक्षा, विवाह और अन्य जरूरतों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने का एक प्रभावी साधन है। यह योजना न केवल सबसे ज्यादा ब्याज दर प्रदान करती है, बल्कि पूरी तरह टैक्स फ्री है। SSY के तहत आप 15 वर्षों तक निवेश कर सकते हैं और मैच्योरिटी पर आपको तीन गुना रिटर्न की गारंटी मिलती है।
कैसे बनेगा 70 लाख का कॉर्पस?
सुकन्या समृद्धि योजना में हर साल अधिकतम ₹1,50,000 का निवेश किया जा सकता है। अगर आपने 8.2% वार्षिक ब्याज दर के साथ इस योजना में निवेश (Sukanya Samriddhi Yojana) शुरू किया है, तो 15 वर्षों में आपका कुल निवेश ₹22,50,000 होगा। मैच्योरिटी के समय, 21 साल बाद, यह राशि बढ़कर लगभग ₹69,27,578 हो जाएगी। इस अमाउंट में से ₹46,77,578 केवल ब्याज के रूप में मिलेगा।
उदाहरण
अकाउंट ओपनिंग: जनवरी 2025
सालाना निवेश: ₹1,50,000
कुल निवेश (15 वर्षों में): ₹22,50,000
मैच्योरिटी पर कुल राशि (जनवरी 2046): ₹69,27,578
EEE टैक्स फ्री स्कीम
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) को “EEE” टैक्स छूट का लाभ मिलता है।
निवेश पर छूट: इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत ₹1.50 लाख तक निवेश पर छूट।
ब्याज पर छूट: जमा पर मिलने वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता।
मैच्योरिटी राशि: योजना पूरी होने पर मिलने वाली राशि भी पूरी तरह टैक्स फ्री होती है।
मैच्योरिटी और निवेश का समय
योजना की कुल अवधि 21 वर्षों की होती है। निवेशक को 15 वर्षों तक नियमित निवेश करना होता है, और अगले 6 वर्षों तक खाता अपने आप ब्याज अर्जित करता है।
यदि किसी नवजात बेटी के लिए खाता खोला गया है, तो यह खाता 21 साल बाद यानी बेटी की शादी या उच्च शिक्षा के लिए उपयोगी साबित होता है।
बेटी के 18 साल की उम्र पूरी होने के बाद वह खुद इस खाते को मैनेज कर सकती है।
योग्यता और आवश्यक दस्तावेज
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) में खाता खोलने के लिए कुछ जरूरी नियम और दस्तावेज हैं:
उम्र सीमा: 10 साल या उससे कम उम्र की बेटियों के लिए खाता खोला जा सकता है।
दस्तावेज
बेटी का जन्म प्रमाण पत्र।
माता-पिता का पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड)।
निवास प्रमाण पत्र।
खाते की संख्या, एक परिवार में दो बेटियों के लिए खाता खोला जा सकता है। यदि जुड़वां बेटियां हैं, तो विशेष छूट के तहत तीन खाते संभव हैं।
निवेश सीमा और भुगतान के विकल्प
योजना के तहत कम से कम ₹250 का वार्षिक निवेश अनिवार्य है, जो पहले ₹1,000 था। एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम ₹1,50,000 तक निवेश किया जा सकता है।
मासिक आधार: ₹12,500 प्रति माह तक का निवेश किया जा सकता है।
न्यूनतम राशि: खाता सक्रिय बनाए रखने के लिए सालाना ₹250 का निवेश जरूरी है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की सफलता का सबसे बड़ा कारण इसकी उच्च ब्याज दर और टैक्स फ्री रिटर्न है। इसके साथ ही, बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने की गारंटी ने इसे हर वर्ग के परिवारों के लिए पहली पसंद बना दिया है।
Hindi News / Business / एक दशक बाद, सुकन्या समृद्धि योजना ने रचा इतिहास, निवेशकों की पहली पसंद बनी जानिए पूरी डिटेल्स