सूखे मेवों के थोक व्यापारियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने वाली कंपनी ट्रेडब्रिज के परिचालन प्रमुख स्वप्निल खैरनार का कहना है कि अफगानिस्तान में हुए घटनाक्रम और अमरीका से आमद घटने से सूखे मेवों में तेजी का रुख बनना शुरू हो गया है।
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उनका कहना है कि देश में अधिकांश बादाम अमरीका से आयात किए जाते हैं। वहीं अंजीर अफगानिस्तान से आयात होता है। किशमिश की आधी मांग अफगानिस्तान से पूरी करी जाती है। बीते एक माह से अफगानिस्तान से सूखे मेवे का आयात लगभग बंद है।
वहीं काजू के भाव में कोई तेजी नहीं आएगी। इसका कारण यह है कि काजू की ज्यादातर मांग देश के उत्पादन से ही पूरी हो जाती है। खैरनार का मानना है कि दिवाली पर सूखे मेवों में तेजी का रुख रहने से लोग उपहार में सूखे मेवे को देने के बजाय अन्य विकल्प चुन सकते हैं।